ज़ी न्यूज़ पर घंटे भर यदि राष्ट्रभक्ति का ‘डीएनए’ आपने देख लिया तो आप इतने जोश में आ जाएंगे कि उस वक्त पाकिस्तान आपके सामने आ जाए तो आप उसका मुंह तोड़ देंगे. यकीन मानिए हम ये बाते सुधीर चौधरी पर व्यंग्य करने के इरादे से नहीं कह रहे. बल्कि हकीकत बयान कर रहे हैं. राष्ट्रभक्त ख़बरों का ही असर रहा कि पाकिस्तान की सरपरस्ती में आतंक की दुकान चला रहे हाफ़िज़ सईद ने ज़ी न्यूज़ का बाकायदा नाम लिया और सर्जिकल स्ट्राइक की धमकी दी. उसके बाद ज़ी न्यूज़ ने हाफ़िज़ सईद के वीडियो को जी भर के चलाया और अपने दर्शकों को बताया कि ज़ी न्यूज़ की ख़बरों से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है. बात सच भी है और यही वजह है कि ज़ी न्यूज़ के एंकर के रिकॉर्डेड फूटेज पाकिस्तानी न्यूज़ चैनलों पर शिकायती अंदाज़ में लगातार चल रहे हैं.
लब्बोलुआब ये है कि हिंदुस्तान के अलावा पाकिस्तान में ज़ी न्यूज़ बेहद लोकप्रिय/कुख्यात हो गया(अपने हिसाब से शब्द का चयन कर लें) है और इसकी उदघोषणा ज़ी न्यूज़ पर बिगुल बजाकर सुधीर चौधरी अपने कार्यक्रम ‘डीएनए’ में अक्सर करते रहते हैं.लेकिन सोशल मीडिया पर आते ही मामला उलट दिखता है. वही सुधीर चौधरी जो ज़ी न्यूज़ पर हाफ़िज़ सईद को ललकारते हुए दावे से कहते हैं कि हम जानते हैं कि तुम अभी ज़ी न्यूज़ देख रहे हो, सोशल मीडिया पर गाँव-जवार में ज़ी न्यूज़ देखते हुए लोगों की तस्वीर लगाते रहते हैं.किसी ने भी ज़ी न्यूज़ देखते हुए तस्वीर भेजी या सुधीर के हाथ लगी तो उसे फ़ौरन जनाब शान से ट्विटर पर लगाकर ज़ी न्यूज़ की बढ़ती लोकप्रियता का मानो सबूत पेश करते हैं. लेकिन चौधरी साहब सबूत पेश करके आप हम दर्शकों को शर्मिंदा क्यों करते हैं? आपका सिक्का तो हाफ़िज़ सईद तक चलता है. प्रत्यक्ष को प्रमाण क्या? प्लीज हिन्दुस्तानी दर्शकों को शर्मिंदा मत कीजिये.
आपका एक दर्शक
चंदन