पटना से विवेक कुमार सिन्हा की रिपोर्ट
बिहार में हिन्दी दैनिक ‘हिन्दुस्तान’ की लोकप्रियता के पीछे देश के जाने-माने कार्टूनिस्ट पवन जी का बहुत बड़ा योगदान है। पवन जी के नायाब कार्टून की बदौलत ‘हिन्दुस्तान’ को पाठकों के एक बड़े वर्ग का सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। नंबर 1 के पोजीशन पर काबिज हिन्दुस्तान के प्रतिद्वंदी अखबारों के पास पवन जी कार्टूनों का कोई विकल्प नहीं है जिससे कि कार्टून के मामले में वे सभी ‘हिन्दुस्तान’ से मात खाते आ रहे हैं।
बिहारी भाषा में एक कहावत है कि ‘गोदी में बच्चा……नगर में शोर’ कुछ इसी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं पटना से 20 किमी की दूरी पर अवस्थित फतुहा के युवा कार्टूनिस्ट-अमरेन्द्र आर्टिस्ट! मीडिया पेशे से जुड़े एक बुजुर्ग पत्रकार की बात यहां याद आती है जिनका अनुभव रहा है कि इस पेशे बहुत अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी सहयोगी एवं बाॅस कभी मनोबल बढ़ाने का काम नहीं करते हैं। कुछ इसी तरह का अमरेन्द्र आर्टिस्ट के साथ भी होता दिख रहा है। अमरेन्द्र फिलहाल पटना से प्रकाशित होनेवाले सन्नमार्ग अखबार में अपनी सेवा दे रहे हैं लेकिन इसके बदले में उन्हें सन्नमार्ग से कुछ भी प्राप्त नहीं हो रहा है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ सन्नमार्ग ही अमरेन्द्र के कार्टून का निःशुल्क उपयोग कर रहा है बल्कि आवाज आपकी (दिल्ली), बिहार आब्जार्बर डाॅट काॅम, राष्ट्रीय आवाज (नोएडा) सहित कई आॅनलाईन समाचार वाले बेवसाईट भी अमरेन्द्र के कार्टून का निःशुल्क उपयोग करते हैं।
उचित लिंक और सर्किल नहीं मिलने के कारण बिहार के इस उदयीमान कार्टूनिस्ट के आर्ट कला को प्रचार-प्रसार नहीं मिल पा रहा है। लेकिन बिहार में ‘दैनिक भाष्कर’ की दस्तक अब जोर पकड़ने लगी है जिससे अमरेन्द्र आर्टिस्ट के हौसले भी बुलंद हैं।
अमरेन्द्र के द्वारा बताया गया है कि वे ‘दैनिक भाष्कर’ के बिहार आगमन की प्रतीक्षा बेसब्री से कर रहे थे और इन दिनों भाष्कर के प्रचार-प्रसार को दी जा रही गति को देखकर वे कार्फी हर्षित और प्रफुल्लित हैं। अमरेन्द्र ने अपने भविष्य की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि आर्थिक तंगी के बावजूद भी वे अपने अंदर की कला को निखारने हेतु दिन-रात एक करके लगे हुए हैं। शुक्रवार या शनिवार को वे ‘दैनिक भाष्कर’ के स्थानीय संपादक आदरणीय प्रमोद मुकेश जी से मिलकर भाष्कर के साथ जुड़कर काम करने का मौका दिये जाने का अनुरोध करेंगे। यहां बता दें कि प्रमोद मुकेश बहुत शांत प्रवृति के अनुभव से लबालब टीम लीडर हैं। वे लम्बे समय से बिहार में विभिन्न मीडिया हाउस को अपने अपने अनुभवों से सींचकर उन्हें बुलंदियों तक पहुंचाया है। वे बिहार के पाठकों की रूचि की बेहतर परख रखते हैं। ऐसे में अब देखना है कि वे बिहार के इस उदयीमान कार्टूनिस्ट की कला को परख पाते हैं या नहीं। वैसे बिहार के मीडिया विश्लेषकों का मानना है कि अगर अमरेन्द्र के कार्टून को भाष्कर में स्थान मिलने लगे तो इससे नंबर 1 के पोजीशन पर काबिज हिन्दुस्तान के लिए परेशानी हो सकती है। वैसे अमरेन्द्र द्वारा अपने भविष्य को लेकर शुरू की गई चहलकदमी की खबर ‘प्रभात खबर’ तक भी उसके एक शुभचिंतक ने पहुंचाया है लेकिन अमरेन्द्र पहली प्राथमिकता ‘दैनिक भाष्कर’ को दे रहे हैं। अमरेन्द्र से सम्पर्क 09122236255 पर किया जा सकता है तथा उनके कार्टून को https://www.facebook.com/amrendra.artist ,oa https://www.facebook.com/LeLottaa पर देखा जा सकता है।