13.09.04 को बी. एन. कॉलेज के हिन्दी विभाग की रचनात्मक ‘शाखा ‘हरिश्चन्द्र सभा’ की ओर से हिन्दी दिवस के अवसर पर ‘रोजगार की दृष्टि से हिन्दी’ विषय पर व्याख्यान आयोजित हुआ। मुख्य वक्ता डॉ. बलराम तिवारी ने हिन्दी की विकास यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अगर आजादी के बाद ज्ञान विज्ञान की भाषा के रूप में हिन्दी को स्वीकार कर लिया गया होता , तो हिन्दी में रोजगार के प्रचुर अवसर निर्मित हुए होते। ऐसा न होने के बावजूद आज हिन्दी में रोजगार के इतने अवसर उपलब्ध हैं जितने उन विषयों में नहीं हैं जिन्हें बड़ी संख्या में विद्यार्थी पढ़ने के लिए जोर लगाते हैं। हिन्दी में शिक्षण और तमाम सिविल सेवाओं के अलावा हिन्दी अधिकारी, अनुवाद, टाइपिंग, विज्ञापन, पटकथा लेखन, पत्रकारिता इत्यादि से जुड़े रोजगार के इतने अवसर हैं कि कोई भी ठीक से हिन्दी पढ़ने वाला वि़द्यार्थी बेरोजगार नहीं रह सकता।
सभा की अध्यक्षता करते हुए बी. एन. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. पी. के. पोद्दार ने हिन्दी में रोजगार के कुछ और अवसरों को जिक्र करते हुए छात्रों को हिन्दी पढ़ने पर जोर दिया।
हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मटुक नाथ चैधरी ने मंच संचालन किया और डॉ. विजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन।
कार्यक्रम को सफल बनाने में तदर्थ शिक्षक श्री उपेन्द्र कुमार, हरिश्चन्द्र सभा के सचिव कृष्ण अनुराग, संयुक्त सचिव गौरव और आदित्य पाठक के अलावा प्रशांत, प्रणव, राजन, रंजीत आदि ने कड़ी मेहनत की।
सभा में सौ अधिक छात्र और शिक्षक उपस्थित हुए।