राजनीति में ओछेपन की कोई सीमा नहीं होती. पत्रकार से राजनीतिज्ञ बने आशुतोष इसका ताजा उदाहरण हैं. राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए अब वे कुछ भी कर गुजरने को तैयार हैं. यहाँ तक कि उन्होंने टेलीवजन के अपने गुरु एसपी सिंह (सुरेन्द्र प्रताप सिंह) को भी नहीं छोड़ा. एसपी सिंह को भारत में टेलीविजन पत्रकारिता का जनक माना जाता है. उन्होंने ही पहली बार टेलीविजन माध्यम में आशुतोष को दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले ‘आजतक’ कार्यक्रम में काम करने का मौका दिया.लेकिन अब वे एसपी को भी भुनाने से नहीं चूक रहे.
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री संदीप कुमार का वे लगातार समर्थन कर रहे हैं और उसी क्रम में न्यूज़ चैनलों की आलोचना भी कर रहे हैं.आशुतोष ने कल एक ट्वीट करके न्यूज़ चैनलों के संपादकों को आड़े हाथों लिया और लिखा –
काश एसपी सिंह आज जिंदा होते. अपने कुछ शिष्यों की वजह से जरूर शर्मिंदा होते.
एबीपी न्यूज़ ने आशुतोष के इस ट्वीट पर एसपी सिंह के साथ काम कर चुके और उनके बेहद करीबी संजय पुगलिया (वरिष्ठ पत्रकार) से प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने बिफरते हुए कहा कि आशुतोष ने अपनी ओछी राजनीति के लिए एसपी सिंह का नाम लेकर घोर पाप किया है. दिल्ली की गन्दी राजनीति में अपना हित साधने के लिए एसपी का नाम लेने का उनको कोई हक नहीं.उसको ऐसा करना नहीं चाहिए था. देखें पूरा वीडियो –