दिलीप खान
भीड़ की गिनती का नया पाठ मीडिया को सीखना होगा। इस मामले में एक ही घटना पर अलग-अलग अख़बारों में भयानक अंतर देखने को मिलता है। जनसत्ता ने पुलिस के हवाले से अरविंद केजरीवाल के जनता दरबार में पहुंचे लोगों की संख्या 50,000 बताई है, द हिंदू ने अरविंद केजरीवाल के हवाले से 7000 …माने 7 गुना अंतर!
मोदी की रोहिणी- रैली में मीडिया ‘5 लाख से ऊपर’ की संख्या बता रहा था। भूपिंदर हुड्डा ने सोनीपत में रैली की और मंच से हर दस मिनट बाद उनके राजनीतिक सलाहकार हवाई घोषणा करते-करते अपनी दावेदारी 2 लाख से शुरू कर 14 लाख तक पहुंचा दी।
अगले दिन कुछ अख़बारों ने 10 तो कुछ ने 14 लाख छाप भी दिया। मीडिया का अपना कोई एस्टिमेट ही नहीं है और पक्षधरता से संख्या भी तय कर लेते हैं मीडिया वाले।
(स्रोत-एफबी)