अभय सिंह,राजनीतिक विश्लेषक-
पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी(23.4℅) को अकाली दल(25.3%) से भी कम वोट मिले और सीटों का अंतर केवल 2 सीटों का रहा।
9 मार्च के अधिकाँश न्यूज़ चैनलों के एग्जिट पोल में पंजाब में आप की सरकार बनाने की सम्भावना व्यक्त की गयी।लेकिन 11 मार्च के नतीज़ों के बाद कांग्रेस ने बम्पर जीत हासिल की आप और अकाली दल उसके आस पास भी नहीं दिखे।आप के स्टार प्रचारक भगवंत मान,जनरैल सिंह सहित कई प्रत्याशी बुरी तरह से हारे।
दिल्ली के कई वरिष्ठ पत्रकार,संपादक चैनलों के सामने आप पार्टी की हवा होने की बात चुनाव के अंत तक करते रहे।
वरिष्ठ पत्रकार शेखर गुप्ता ने तो कॉलम लिखकर “आप” की सरकार बनने की घोषणा कर दी।साथ ही जनसत्ता के पूर्व संपादक ओम थानवी,अभय दुबे,ndtv के शरद शर्मा ने पंजाब में आप की सरकार बनने की एडवांस में भविष्यवाणी कर दी।
पंजाब के नतीजो ने दशकों तक चुनावो को कवर करते रहने वाले पत्रकारों,संपादको की विश्वशनीयता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाया है जिसका खामियाजा उन्हें भविष्य में अनिवार्यता भुगतना होगा।