आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी बढ़-चढ़कर भाजपा के वोट बैंक में सेंधमारी करने के लिए तरह तरह भाजपा मार्का बयान दे रहे हैं,नरम हिन्दुत्व का कार्ड खेल रहे हैं,आरएसएस के जनाधार को पाने के लिए ये दोनों दल इस तरह की घटिया राजनीतिक हरकतें कर रहे हैं,अखलाक के हत्यारे को मुआवजे की घोषणा उसी कड़ी का अंग है।इस तरह की हरकतें प्रतिक्रियावादी तबकों का वोट दिला सकती हैं , समाजवादी सरकार बनाने में मदद कर सकती हैं लेकिन इससे जनता फासिस्ट बनती है।फलत: आरएसएस या फंडामेंटलिस्ट संगठन उससे बाद में लाभ उठाते हैं।
यह हिन्दुत्व का नाटक है जो लोकतंत्र को अपराधीकरण की ओर ठेल रहा है,यूपी में राममंदिर का ताला खुलवाकर या नरम हिन्दुत्व की राह पर चल कर कांग्रेस ने अंत में भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार थाली में सजाकर दी है।
मोदी फिनोमिना को ताकतवर बनाने में नरम हिन्दुत्व के कांग्रेसी मॉडल की बड़ी भूमिका है,अब समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी नरम हिन्दुत्व का कार्ड खेल रही है,यह खेल आत्मघाती तो है ही,लोकतंत्र के लिए भी जहर है।@fb
प्रो.जगदीश्वर चतुर्वेदी