अज्ञात कुमार
सपा के पूर्व सांसद ने दी सैफई राजवंश को चुनौती
बुंदेलखंड के बालू के धंधे में माफियागीरी का बोलबाला सैफई राजवंश के लिये अपनों से चुनौती का सबब बन गया है। इसका नजारा जालौन जिले में देखने को मिला। जहां सैफई राजवंश के बालू सिंडीकेट के खिलाफ पार्टी के ही एक पूर्व सांसद ने पत्रकारों पर धन खर्च कर खबरें छपवानी शुरू कर दी हैं। जिले के अधिकारी इस द्वंद से परेशान नजर आ रहे हैं।
जालौन जिले में बालू के धंधे को सोना उगलने वाला माना जाता है। इस कारण इस धंधे पर यहां सैफई राजवंश तक की गिद्घ दृष्टि जम गयी है। पिछले पौने दो वर्षों के अखिलेश शासन में इसे लेकर सैफई राजवंश में आपस में ही यादवी युद्घ की नौबत आ चुकी है। पारिवारिक सुलह के बाद दो माह पहले ही पूरे जिले में बालू खनन की बागडोर परिवार के एक सदस्य को सर्वसम्मति से सौंप दी गयी। इससे पूर्व सांसद का परिवार खार खा बैठा है। जो झांसी मंडल को अपनी जागीर समझता है। यह परिवार पहले से कई घाटों पर अवैध खनन करा रहा था जब इस पर दबाव डाला गया कि वह भी सिंडीकेट में समर्पण कर जाये तो उसे गवारा नहीं हुआ।
जंग बढऩे पर उक्त परिवार का दुस्साहस सैफई राजवंश के हितों पर अखबारी हमले करवाने के रूप में सामने आया है। पिछले दो दिन से यहां सिंडीकेट के भंडारण परमिट के आधार पर हो रहे अवैध खनन की खबरें छप रही हैं। जालौन के जिलाधिकारी ने अपने पर मुसीबत टूटती देखकर नेपथ्य से संचालित उक्त षड्यन्त्र की असलियत ऊपर बता दी। इससे सैफई राजवंश की भृकुटियां तन गयी हैं। इसका पहला निशाना झांसी के डीआईजी एसएसपी व हमीरपुर के एसपी बने जिन्हें पूर्व सांसद के इशारे पर नाचने की वजह से आज पद से हटाकर लूप लाइन में डाल दिया गया।