अभिषेक श्रीवास्तव
बताते हैं कि जिसे छत्तीसगढ़ में तहलका की फ्रैंचाइजी मिली है, वह एस्सार कंपनी का अधिकारी है। यह सच हो या झूठ, लेकिन यह इकलौती तस्वीर सोनी सोरी नाम की आदिवासी महिला के साथ सबसे बड़ा अन्याय है- एसपी अंकित गर्ग और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किए अन्याय से भी बड़ा- जिसे बेचकर तहलका ने अपनी छवि को लगातार चमकाया था और आज अपनी समूची क्रांतिकारिता को उसने राज्य के हाथों गिरवी रख दिया है।
धंधा करने में भी एक लिहाज होता है। लगता है तहलका सब शर्म लिहाज घोल कर पी गया है। जियो शोमा चौधरी, जुग-जुग जियो तेजपाल जी…
(अभिषेक श्रीवास्तव के एफबी वॉल से )