कुमुद सिंह
पता नहीं क्यों दिल्ली का सियासी हालात एक अजीव मोड पर आकर ठहर गया है। सदन में बहुमत तो पहले दिन से किसी पार्टी को नहीं है। लेकिन आज जब उपराज्यपाल विधानसभा भंग करेंगे तो आम लोग इसे भाजपा की हार और आम आदमी पार्टी की जीत ही समझेगे। दरअसल भाजपा ने पिछले कुछ दिनों में खुद ही अपनी ये छवि बना ली है। हम इसके लिए किसी दूसरे दल को दोष नहीं दे सकते। भाजपा के लिए यह एक कटू सवाल तो रहेगा ही कि वो आम आदमी पार्टी या कांग्रेस को नहीं तोड पायी। दूसरी ओर केजरीवाल को इसका फायदा तो मिलेगा ही कि इतना कुछ होने के बावजूद उनकी पार्टी एकजुट रही। अब देखना रोचक होगा कि बिन्नी जैसे नेताओं को भाजपा कितना घास डालती है। हमें नहीं लगता बिन्नी फायदे में रहे, भाजपा के लिए अब ऐसे लोग जल्द ही अनुपयोगी हो जाते हैं। बाकी तो कल की बात है..केजरी को आज बधाई तो बनता है।
(स्रोत-एफबी)