लीजिए प्रेस पर सवार दूधवाला !
लालबत्तियों की तर्ज पर प्रेस का स्टीगर का भी अपना क्रेज है. लालबत्ती लगाने में ज्यादा जतन करना पड़ता है लेकिन प्रेस का स्टीगर लगाने के लिए उतनी मशक्कत नहीं करनी पड़ती. जब मर्जी आए छाप लो. नहीं तो खुद ही प्रेस वाला बन जाओ. किसी भी ऐरे – गैरे नत्थू खैरे अखबार वाले से आईडी कार्ड लो और बन जाओ पत्रकार. उत्तरप्रदेश में तो दूधवाले भी पत्रकार बन गए हैं. देखें तस्वीर. (सौजन्य- ईश्वर चन्द्र उपाध्याय)
गाङी पर प्रेस लिखा होना आम बात हो गया है…. अगर आप सङक से गुजरेंगे तो देखगें हर 10 में से एक गाङी पर प्रेस लिखा आसानी से मिल जाएगा..