सुभाष चंद्रा,पत्रकार
मीडियाकर्मियों की सुध अमूमन किसी भी सरकार द्वारा नहीं ली जाती है। लेकिन जमीनी स्तर पर मीडियाकर्मियों की बेहतरी के लिए झारखंड सरकार ने अनूठी पहल की है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले मीडियाकर्मियों की दुर्घटना बीमा कराने का मार्ग प्रशस्त किया और उसके चंद रोज बाद ही स्वास्थ्य बीमा कराने की घोषणा कर दी।
मीडियाकर्मी की दुर्घटना बीमा की सीमा 5 लाख रुपये है और स्वास्थ्य बीमा की राशि 2 लाख रुपये रखी गई है। स्थायीत्व के लिए तरस रहे झारखंड में अचानक ऐसा ठोस निर्णय कैसे लिया गया ? आखिर इस सोच के पीछे कौन है ? मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को किसने समझाया किया कि अब समय आ गया है कि राज्य के मीडियाकर्मियों की सुध ली जाए ?
प्रमंडलों में आयोजित मीडिया संवाद कार्यक्रम को देखते ही जवाब मिल गया। वह शख्स कोई और नहीं है। मीडिया के हर रंग और खेल से वाकिफ हैं। वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सलाहकार हैं। कहते हैं न कि जब सलाहकार सही हों, तो सरकार के निर्णय भी मील के पत्थर साबित होते हैं। जी हां, वह हैं – हिमांशु शेखर चौधरी।
(स्रोत-एफबी)