सर्जिकल स्ट्राइक पर राजनीति होना पहले से तय था. हर राजनीतिक पार्टी इसे अपने-अपने तरीके से भुनाने की कोशिश करेगी. भाजपा चुकी सत्तारूढ़ पार्टी है तो इसे इसका लाभ भी सबसे ज्यादा मिलेगा. बहरहाल चुनाव में इसे भुनाने की तैयारी शुरू हो गयी है और पोस्टर बैनर में सैनिकों की तस्वीर डालकर शहादत की कीमत राजनेता उठाने में लग गए हैं. इसी कड़ी में उत्तरप्रदेश में लगे एक पोस्टर पर दलित चिंतक फेसबुक एक्टिविस्ट दिलीप मंडल लिखते हैं –
दिलीप मंडल
स्टेटस1- यूपी में बीजेपी के चुनावी बैनर पोस्टर में सैनिक की फ़ोटो लगाए जाने पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है। सेना को राजनीति में घसीटना, क्या यह देशद्रोही गतिविधि नहीं। इस बैनर के नीचे कांग्रेस का पोस्टर भी नज़र आ रहा है। उसमें सैनिक नहीं हैं।
स्टेटस1- सैनिक शहीद हो रहे हैं और बीजेपी को “कैश” कराने की चिंता है.
दैनिक भास्कर, 3 अक्टूबर, जालंधर संस्करण, पेज – 4.
बीजेपी के नेताओं ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक को अपने पक्ष में ज्यादा से ज्यादा “कैश” कराएं.
कैश कराने का मतलब समझ रहे हैं आप?