रजनीश के झा
दैनिक भास्कर का पदार्पण बिहार में हो रहा है, पोस्टर बैनर होर्डिंग की माने तो बिहार का मूंह चोर बन चुका मीडिया के लिए बुक्का फाड़ने का काम करेगा भास्कर। वैसे भास्कर की पत्रकारिता दोयम नहीं बल्कि निम्नतम स्तर की होती है और विज्ञापन की लड़ाई में भास्कर अखबार कम कुर्सी टेबल अधिक बांटता है, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, झारखण्ड के बाद अब बिहार के अखबार प्रेमी भी खबर पढ़े या न पढ़ें मगर अखबार का पन्ना बढेगा दाम घटेगा उपहार मिलेगा और खबर के बजाय व्यापार की मारा मारी में पत्रकारिता का क्रियाकर्म भी। (रजनीश के झा के एफबी वॉल से)