पाकिस्तानी किशोरी और नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसफजई को अमेरिका के लिबर्टी मेडल से नवाजा गया है। इस अमेरिकी पुरस्कार को हासिल करने वाली सबसे युवा विजेता मलाला ने कहा कि यह सम्मान उन्हें भारत समेत विभिन्न देशों में बाल अधिकारों के लिए उनका अभियान जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करेगा। मलाला ने पुरस्कार में मिली एक लाख डॉलर की राशि को पाकिस्तान में शिक्षा के लिए देने का संकल्प लिया है।
कोरिया की इलेक्ट्रानिक्स कंपनी सैमसंग और डायरेक्ट टू होम :डीटीएच: सेवा प्रदाता एयरटेल डिजिटल टीवी ने भागीदारी की घोषणा की है जिसके तहत इन कंपनियों ने एकीकृत डिजिटल टीवी :आईडीटीवी: पेश किया है। कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस नवोन्मेषण के जरिये सैमसंग के स्मार्टडायरेक्ट टीवी में इनबिल्ट एयरटेल डिजिटल सैटेलाइट ट्यूनर होगा। ऐसे में उपभोक्ताओं को सेटटॉप बॉक्स लगाने की जरूरत नहीं होगी और उन्हंे डीटीएच सिग्नल मिल सकेगा।
इस्लामाबाद. पाकिस्तान ने जुडिशरी के खिलाफ अपमानजनक कार्यक्रम प्रसारित करने पर एक टीवी चैनल पर 15 दिन की रोक लगा दी है और उस पर एक करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। इस साल दूसरी बार सरकार ने किसी बड़े खबरिया चैनल का मुंह बंद कर दिया है।
पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक्स मीडिया नियामक प्राधिकरण (पीईएमआरए) ने ‘एआरवाई न्यूज’ पर टॉक शो ‘खरा सच’ में देश की जुडिशरी को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।
शो में जुडिशरी और सीनियर जजों की कथित रूप से आलोचना की गई थी। लाहौर हाई कोर्ट के आदेश पर इस शो की समीक्षा के लिए सोमवार को पीईएमआरए की विशेष बैठक बुलाई गई थी। शो की मेजबानी मुबाशेर ल्यूकमैन ने की थी। जून में इस मीडिया नियामक प्राधिकरण ने जियो टीवी का लाइसेंस निलंबित कर दिया था।
भारत में टेलीविजन के लिए प्रयोग का दौर चल रहा है. अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग चैनल. इसी कड़ी में ग्रीन टीवी लॉन्च हुआ है. यह किसान और कृषि पर आधारित चैनल है और मुंबई की नोमाड फिल्म्स ने इसे लॉन्च किया है. इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जुनैद मेमन हैं.
लेकिन शुरूआती दौर में चैनल के डिस्ट्रीब्युशन आदि पर ज्यादा खर्च नहीं किया गया. चैनल अभी डीटीएच प्लेटफोर्म पर भी उपलब्ध नहीं है.गौरतलब है कि सरकार भी ‘किसान टीवी’ लाने वाली है. अब यह देखने वाली बात होगी कि कृषि क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां कृषि चैनलों पर आधारित चैनलों को कितनी गंभीरता से लेता है. क्योंकि इसी पर कृषि चैनलों का भविष्य निर्भर करता है.
अमरीकी समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट के पूर्व संपादक बेन ब्रेडलीअमरीकी समाचार पत्र वाशिंगटन पोस्ट के पूर्व संपादक बेन ब्रेडली का 93 साल की उम्र में निधन हो गया.उनकी गिनती अमरीका के सबसे बेहतरीन संपादकों में होती है.ब्रेडली उस समय में वाशिंगटन पोस्ट के संपादक थे, जब अख़बार ने वाटरगेट स्कैंडल की ख़बरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उन्होंने अपने दो संवाददाताओं बॉब वुडवार्ड और कार्ल ब्रेनस्टाइन को वाटरगेट स्कैंडल के दौरान अमरीकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन के सहयोगियों के गैर क़ानूनी कामों में शामिल होने पर लगातार रिपोर्टिंग करने को कहा था.इससे उठे विवाद के चलते ही निक्सन को नौ अगस्त, 1974 को अमरीकी राष्ट्रपति पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था.
ब्रेडली वाशिंगटन पोस्ट के 1968 से 1991 तक कार्यकारी संपादक रहे. इस दौरान उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट को अमरीका का सबसे प्रतिष्ठित समाचार पत्र बना दिया.
साल 2013 में उन्हें अमरीका के सबसे बड़े नागरिक सम्मान- प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ़ फ़्रीडम से सम्मानित किया गया.उन्हें सम्मानित करते हुए राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था, “ब्रेडली ने वाशिंगटन पोस्ट को दुनिया का सबसे बेहतरीन अख़बार बना दिया.”
अमरीका के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से बेन ब्रेडली को सम्मानित करते बराक ओबामा.दूसरे विश्व युद्ध के दौरान अमरीकी नौ सेना का हिस्सा रहे ब्रेडली 1950 के दशक में पत्रकार बन गए थे.
वर्ष 1965 में वे वाशिंगटन पोस्ट के मैनेजिंग एडिटर बने. तीन साल बाद वे अख़बार के एग्ज़क्यूटिव एडिटर बने. 1971 में उन्होंने पेंटागन पेपर्स को प्रकाशित करने का फ़ैसला लिया था.
यह वियतनाम युद्ध के दौरान अमरीकी नीतियों और कार्रवाईयों से जुड़े गुप्त दस्तावेज़ थे. उनपर इसे नहीं छापने के लिए सरकार की तरफ़ से दबाव पड़ा. मुकदमे हुए.इसके प्रकाशन का मामला अमरीका के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा था, जहां सर्वोच्च अदालत ने माना कि इन दस्तावेज़ों को प्रकाशित करना अख़बार का अधिकार है.