प्रेस विज्ञप्ति
नई दिल्ली.स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए स्वस्थ भारत ट्रस्ट ने स्वस्थ भारत अभियान के अंतर्गत ‘नो योर मेडिसन कैंपेन’ की शुरूआत यहां शुक्रवार को की। नई दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित कैंपेन के उद्घाटन समारोह में दवाओं के प्रति जागरूकता की जरूरत को बताती हुई लघु फिल्म का लोकार्पण भी किया गया, जिसे बॉलीवुड के हस्तियों ने तैयार किया है। इस मौके पर बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विषय में रूचि रखने वाले बुद्धिजीवियों, पत्रकारों, चिकित्सकों, फार्मा क्षेत्र से जुड़े पेशेवरों और अन्य अंशधारकों ने सक्रिय उपस्थिति दर्ज की।
दवाओं के प्रति जागरूकता पर बनी इस फिल्म का निर्देशन जाने-माने फिल्म डायरेक्टर सुनील अग्रवाल ने किया है, वहीं इसकी एडिटिंग बल्लु सलुजा ने की है। पुनीत वशीष्ठ, संचिता बनर्जी व संजय बडोनी अभिनित ढाई मिनट की इस फिल्म में लोगों को यह संदेश देने का प्रयास किया गया है कि वे दवा लेने की स्थिति में अपने डॉक्टर अथवा फार्मासिस्ट से उस दवा की सही जानकारी जरूर लें। उल्लेखनीय है कि दवाओं के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण मरीज कई बार अनावश्यक दवाओं का भी सेवन करते चले जाते हैं जिसके दुष्परिणाम स्वास्थ्य पर दिखाई देते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो चितकित्सकों की ओर से भी दवाओं के बारे में जानकारी देने में आना-कानी की जाती है, जिससे मरीज अपनी बीमारी, अपने ईलाज और अंततः अपने स्वास्थ्य के बारे में ही जागरूक नहीं रह पाता है।
स्वस्थ भारत अभियान के राष्ट्रीय संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने कहा कि मरीज को दवाओं की जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है और इसमें डॉक्टरों, फार्मासिस्टों तथा सरकार की भूमिका अहम है। खासकर इस संबंध में कड़े कानूनों के बनाए जाने और ठीक से उन्हें लागू किए जाने की जरूरत है। फिलहाल तो डॉक्टरों द्वारा लिखी गयी पर्चियों पर दवाओं का नाम तक स्पष्ट नहीं होता है और सरकारी से लेकर निजी क्षेत्र तक के अस्पतालों में डॉक्टरों के पास मरीजों से बात करने के लिए पर्याप्त समय नहीं होता ताकि वे मरीजों को दवा के बारे में समझा सकें। यह स्थिति देश के स्वास्थ्य जगत के हितो के प्रतिकूल है और इसमें शीघ्रातिशीघ्र सुधार की आवश्यकता है।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने इस कैंपेन की सराहना करते हुए कहा कि लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की जरूरत है। वही मुख्य वक्ता डॉ मनीष कुमार ने दवाइयों के बारे में लोगों को जागरूक होने की अपील कहते हुए कहा कि हमें अपने शरीर को व्यवस्थित रखना है तो दवा का प्रयोग अनुशासित तरीके से करना पड़ेगा। सिम्पैथी के निदेशक डॉ. आर.कांत ने भी दवाइयों के पढ़ते दुरुपयोग पर अपनी चिंता जाहिर की। फार्मा एक्टिविस्ट विनय कुमार भारती ने कहा कि लोगों को अपनी दवा के बारे में जानने का पूरा हक है। वहीं वरिष्ठ स्वास्थ्य पत्रकार धनंजय कुमार, अरविंद कुमार सिंह और कुमार संजोय सिंह आदि ने देश में स्वास्थ्य चिंतन की धारा को तीव्र करने पर जोर दिया।
आइडिया क्रैकर्स व स्वस्थ भारत अभियान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम का संचालन सोशल मीडिया एक्सपर्ट कनिश्क कश्यप ने की। धन्यवाद संबोधन धीप्रज्ञ द्विवेदी ने की।