शिव सेना के प्रेम शुक्ला ने कुत्ता,गधा और सूअर से ज़ी न्यूज़ के रोहित सरदाना के शो को धो डाला
ज़ी न्यूज़ पर बहस चल रही थी. बहस का विषय – ‘सुशासन दिवस पर सियासत क्यों?, 25 दिसंबर को सुशासन दिवस क्यों?’ बहस में भाजपा के संबित पात्र,कांग्रेस के मीम अफजल , कैथोलिक चर्च के फादर डोमिनिक के अलावा शिव सेना के मुखपत्र ‘सामना के संपादक ‘प्रेम शुक्ला’ भी मौजूद.
बहस चल रही थी कि कि अचानक ही से प्रेम शुक्ला हत्थे से उखड़ गए और बहस में मौजूद फादर डोमिनिक पर बरस पड़े. फिर शेर, कुत्ता, बंदर सब शो में आ गए. गधा,कुत्ता,शेर सब कह डाला. फादर को ये तक कह डाला कि तुम्हारी इतनी हिम्मत?
दरअसल बहस में गर्मी तब आ गयी जब फादर डोमिनिक ने प्रेम शुक्ला ने ये कहा कि आपके कहने से अमेरिका, भारत नहीं हो जाएगा और भारत अमेरिका नहीं हो जाएगा.आप बोलते रहिये.आपके बोलने से कुछ नहीं होता.आपके बोलने से कोई शेर बंदर नहीं बन जाता और बंदर शेर नहीं बन जाता. बस यहीं से बात बिगड़ गयी.
प्रेम शुक्ला ने कहा – हाँ बंदर का चेहरा मैं देख रहा हूँ…. कुत्ता भी शेर नहीं बनता है… आप कुत्तों की तरह भौंकेंगे तो अच्छा नहीं लगेगा.
प्रेम शुक्ला की इस टिप्पणी के बाद एंकर रोहित सरदाना ने संयत भाषा का इस्तेमाल करने की अपील करते ब्रेक पर जाने लगे. लेकिन प्रेम शुक्ला ब्रेक पर जाते – जाते भी कुत्ता, गधा,शेर जैसी शेरो-शायरी करते गए.. साथ में ऊँगली दिखाकर कहते गए कि किसने बात शुरू की. इस फादर की इतनी औकाद! बीच में मीम अफजल ने टोकते हुए कहा कि किस भाषा में बात कर रहा है ये . तो प्रेम शुक्ल ने मीम अफजल को हड़काते हुए कहा – मीम अफजल – अफजल खान की तरह बात मत करो. बाप-रे-बाप इतना गुस्सा… प्रेम बाबू आपने रोहित सरदाना के शो को ही धो डाला और एक ही शो में बंदर,कुत्ता,गधा,सुअर सब आ गए. तौबा!