ज़ी न्यूज़ देखकर कई बार जी मचलाने लगता है. साल की सबसे बड़ी मुलाकात भी हो गयी और आप का बदला भी हो गया. वैसे साल के दूसरे महीने में ही साल की सबसे बड़ी मुलाकात डिक्लेयर करने वाले संपादक इससे भी बड़ी मुलाकात को क्या कहेंगे? विडंबना ये है कि एक तरफ साल की सबसे बड़ी मुलाक़ात कहने वाला चैनल इसे बदला भी करार दे रहा है. या तो मुलाक़ात है या फिर बदला! असमंजस ! देखें तस्वीर-
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टेलीविजन पत्रकार अभिषेक उपाध्याय की किताब यूपी टू यूक्रेन
टेलीविजन पत्रकार अभिषेक उपाध्याय रचनात्मक है और यही वजह है कि रिपोर्टिंग के साथ-साथ वे लिखते-पढ़ते भी रहते हैं।
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