सुशांत सिन्हा,पत्रकार
टाइम्स नाउ पर राहुल गांधी के इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया :
राहुल गाँधी का टाइम्स नाउ को दिया इंटरव्यू देखिये तो स्कूल कॉलेज के दिन याद आ जाते हैं जब आप बिना पढ़े लिखे वाइवा के लिए बैठ जाते थे और टीचर कुछ भी पूछे आप घुमा फिरा कर वही बोलते थे जो आपको याद होता था, अल का बल।
राहुल जी आपको ये इंटरव्यू नहीं देना चाहिए था।अब तक तो लोग सिर्फ कहते थे कि आपको एक्सपोज़ होने से बचाया जा रहा है, अब उसका प्रूफ आ गया है। जो भी मेट्रो का युवा आपसे जुड़ने का एक आध बार सोचा भी होगा वो भी अब ना जुड़ने वाला।
वैसे गलती आपकी भी उतनी नहीं है। पार्टी ने दस साल में जो रायता फैलाया है उसे समेटना तो बडे बड़ो के बस की बात नहीं, आप तो दस साल से ही राजनीति में हैं।
चलिए कोई नहीं, दस साल हो गया ना, इ बार फेल भी होयियेगा तो भी तो आप राजनीति के कॉलेज में पहुच ही जाईयेगा। बस टीचर दिग्विजय सिंह को बदल दीजिये अब। वो जनता को तो पढ़ा देते हैं पर आपको ना पढ़ा पायेंगे।
(स्रोत-एफबी)