सुदर्शन न्यूज़ चैनल के संपादक सुरेश चव्हाणके को उत्तरप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनपर धार्मिक भावनाएं फ़ैलाने का आरोप है. इस संबंध में पहले एफआईआर भी दर्ज किया गया था. उनपर उ.प्र. के संभल में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज है.उन पर संभल में भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए, 259ए और 505 (1ए) के तहत मामला दर्ज हुआ है. गौरतलब है कि इसके पहले सुरेश चव्हाणके पर एक महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था.
पुलिस के मुताबिक सुरेश चव्हाणके पर समुदायों के बीच नफ़रत फैलाने, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और अफ़वाहें फैलाने के आरोप हैं.आरोप है कि सुदर्शन न्यूज चैनल के बिंदास बोल कार्यक्रम में दो संप्रदायों के बीच शत्रुता पैदा करने वाले कई आपत्तिजनक बयान और तथ्य दिखाए गए थे और लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास किया गया.ये कार्यक्रम छह, सात और आठ अप्रैल को चैनल में प्रसारित हुए.
हालांकि सुरेश चव्हाणके ने इन आरोपों को खारिज किया है. उन्होंने इस संबंध में उ.प्र. के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को चिठ्ठी भी लिखी है.उसके अलावा ट्विटर पर भी अपनी सफाई पेश करते हुए लिखा –
1-मेरे विरोधियो ने संभल औऱ संसद में झूठ बताया कि मैंने मस्जिद में जाने की घोषणा की है। कोई भी मेरे किसी भी वीडियो में यह दिखादे।
2-यूपी पोलिस ने मेरे सुरक्षा का हवाला देकर मुझे लखनऊ से दिल्ली जाने से एयर पोर्ट पर रोक लिया है। कल मेरा #Sambhal जाने कार्यक्रम है।
3-मेरे सारे कार्यक्रम सरकार के मॉनिटरींग विभाग के पास भी है और सोसिअल मिडीया में आज भी उपलब्ध है। १ मीन का भी कंटेंट हटाया नही गया है। (४)
4-जो बातें SP के सांसद ने बताई वह दुष्प्रचार है। मैंने जो बातें बोली ही नही वह संसद में बताई गई। संसद को गुमराह करने की जाँच हो। (२)
5-आज राज्यसभा में सुदर्शन को लेकर जो बवाल किया गया वह संपुर्णता असत्य था।मैं मेरे किसी भी शो कि ज़िम्मेवारी लेता हू और जाँच का चैलेज करता हू(१