लोकसभा चुनाव ज्यों-ज्यों पास आ रहे हैं, न्यूज़ चैनलों के प्रति कई राजनीतिक दलों की तल्खी बढती जा रही. एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मीडिया को खरी-खोटी सुनाया और यहाँ तक कह दिया कि इन्हें (मीडिया) ठीक करना पड़ेगा. अब केजरीवाल की तर्ज पर केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी आज न्यूज़ चैनलों पर बरसे और मर्यादा की सारी सीमाओं को लांघते हुए न्यूज़ चैनलों को कुचलने की धमकी तक दे डाली. पीटीआई की रिपोर्ट ”
केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने नया विवाद खड़ा करते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ‘कुचलने’ की धमकी दे डाली। साथ ही मीडिया के एक वर्ग पर आरोप लगाया कि यह कांग्रेस पार्टी के खिलाफ दुष्प्रचार करके उसे अनावश्यक रूप से भड़का रहा है।
महाराष्ट्र के शोलापुर जिले से ताल्लुक रखने वाले शिंदे का यह बयान रविवार शाम को युवक कांग्रेस के एक आयोजन में सामने आया। शोलापुर से लोकसभा सदस्य शिंदे ने आरोप लगाया कि पिछले चार महीने से इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का एक धड़ा उनके तथा उनकी पार्टी के बारे में खबरों में छेड़छाड़ कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर तत्काल इस तरह की खबरों को नहीं रोका गया तो इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ‘कुचल’ दिया जाएगा।
शिंदे ने कहा, ‘इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बड़े स्तर पर जो हो रहा है, मैं उससे वाकिफ हूं। पिछले चार महीने में मीडिया ने हमें (कांग्रेस को) भड़काने की कोशिश की। हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ऐसे तत्वों को कुचल देंगे, जो दुष्प्रचार में लिप्त हैं और जो ऐसा करना बंद नहीं करते।’
उन्होंने कहा, ‘मेरे अधीन खुफिया विभाग आता है। मुझे पता है कि इस तरह की चीजें कौन कर रहा है। मुझे पता है कि क्या हो रहा है। इसके पीछे कुछ ताकतें हैं।’ शिंदे के बयान राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया द्वारा कराये गये ऐसे चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों की पृष्ठभूमि में आये हैं, जिनमें आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की पतली हालत का पूर्वानुमान लगाया गया है।
गृह मंत्री ने मीडिया से सकारात्मक खबरों पर जोर देने को कहा। उन्होंने कहा कि देश की जनता उन लोगों को स्वीकार नहीं करेगी, जो समाज में अव्यवस्था फैलाकर देश को बांटना चाहते हैं। शिंदे का बयान ऐसे समय में आया है, जब सोमवार को एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने नेताओं द्वारा मीडिया में अपने कवरेज से असंतुष्ट होकर लगाये जाने वाले अप्रामाणिक आरोपों पर विरोध दर्ज कराया है। गिल्ड का बयान ‘आप’ नेता अरविंद केजरीवाल और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वी. के. सिंह द्वारा मीडिया पर किये गये हमलों की पृष्ठभूमि में आया है।