मीडिया खबर मीडिया कॉन्क्लेव और एसपी सिंह स्मृति परिचर्चा –
25 जून को मीडिया खबर मीडिया कॉन्क्लेव और एसपी सिंह स्मृति समारोह इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न हुआ. इस मौके पर देशभर के दिग्गज पत्रकारों ने पत्रकारिता के महानायक एसपी सिंह को याद करते हुए एसपी सिंह परिचर्चा के विषय ‘टेलीविजन पत्रकारिता की राह पर ऑनलाइन पत्रकारिता’ पर अपने विचार रखे. लेकिन कॉन्क्लेव में तब हंगामा मच गया जब आजतक के मशहूर एंकर सईद अंसारी अपनी बात रखने आए. उन्होंने आते ही परिचर्चा के विषय पर सवाल उठाया. उनका पहला सवाल यही था कि,’टेलीविजन की राह पर ऑनलाइन पत्रकारिता’ का क्या मतलब है? इसे सकरात्मक तौर पर लिया जाए या नकरात्मक तौर पर? इसपर मीडिया खबर के संपादक ‘पुष्कर पुष्प’ ने कहा कि यहाँ नकरात्मक अर्थ में ही इस शब्द का इस्तेमाल किया गया है और हम ऑनलाइन मीडिया की विवेचनात्मक आलोचना करना चाहते हैं कि वह अपने रास्ते से भटककर टेलीविजन की राह पर चल पड़ा है. इसपर सईद अंसारी ने कहा कि टेलीविजन कौन से गलत राह पर चला गया है जो उसे आप गलत राह पर मान रहे हैं? क्या सही खबर को दिखाना गलत राह पर जाना है? फिर उन्होंने टेलीविजन न्यूज़ पर दिखायी गयी कुछ सकरात्मक ख़बरों का उदाहरण दिया. बस फिर क्या था, सभागार का माहौल गरमा गया और चारो तरफ से सवालों की बौछार हो गयी. पत्रकार अतुल चौरसिया ने विरोध दर्ज करते हुए कहा कि सईद अंसारी बहुत ही सेलेक्टिव स्टोरी पर बात कर रहे हैं जबकि टेलीविजन न्यूज़ में और भी बहुत कुछ हो रहा है.वरिष्ठ पत्रकार सतीश के सिंह और अनुरंजन झा ने भी इसपर ऐतराज जताया. लेकिन सईद अंसारी भी अपनी बात डंटे रहे और लगातार टेलीविजन का पक्ष लेते रहे है. कुल मिलाकर टेलीविजन न्यूज़ के नजरिए से उनका भाषण ज़ोरदार रहा. लेकिन इस दौरान हंगामा भी खूब बरपा. देखिए उस सत्र की कुछ तस्वीरें –
जिन्हे कम समय में ज़्यदा धन और प्रसिद्धि मिलती है उन्हें अच्छा बुरा नहीं दीखता उन्हें तो सिर्फ अपना टैलेंट ही नज़र आता है
V kumar : http://www.gyankidukan.com