राजदीप ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा, आप न्यूज़ चैनल नहीं देखते तो क्या ‘आजतक’ भी नहीं देखते !

राजदीप ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा, आप न्यूज़ चैनल नहीं देखते तो क्या 'आजतक' भी नहीं देखते !
राजदीप ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा, आप न्यूज़ चैनल नहीं देखते तो क्या 'आजतक' भी नहीं देखते !

पुष्कर पुष्प

राजदीप ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा, आप न्यूज़ चैनल नहीं देखते तो क्या 'आजतक' भी नहीं देखते !
राजदीप ने वीरेंद्र सहवाग से पूछा, आप न्यूज़ चैनल नहीं देखते तो क्या ‘आजतक’ भी नहीं देखते !

आजतक का एजेंडा कार्यक्रम #Agenda14 : राजदीप सरदेसाई सत्र का संचालन कर रहे थे.विषय था ‘ये कप हमारा है’.पैनल में अजहर,वसीम अकरम,वीरेंद्र सहवाग,गौतम गंभीर और शोयब अख्तर थे.किसी भी तरह का सवाल पूछने की छूट थी.एक सवाल मैंने भी पूछा जो क्रिकटरों से ज्यादा राजदीप को पसंद आया और उन्होंने कहा अच्छा सवाल है.

मेरा सवाल था कि जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट का मैच होता है तो न्यूज़ चैनल कुछ ऐसा माहौल बनाते हैं जैसे क्रिकेट नहीं जंग शुरू होने वाली है.इससे आपके खेल पर कुछ असर पड़ता है? फिर जब आप मैच हार जाते हैं तो मन में ये विचार आता है कि अगली बार जब कोई चैनल पैनल में बुलाएगा तो….!

राजदीप को ये सवाल काफी पसंद आया और उन्होंने मंच पर मौजूद पाँचों खिलाडियों की तरफ मुखातिब होकर कहा कि ये एक बहुत अच्छा सवाल है.आप पाँचों ईमानदारी से बताइयेगा कि कोई दवाब होता है क्या?

जवाब में वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि खेलते वक्त तो हमलोग ग्राउंड पर होते हैं तो टीवी कम-से-कम तो नहीं देख सकते.इसलिए वहां तो पता नहीं चलता कि टीवी में क्या बोला जा रहा है? और मैच के बाद इतना थक जाते हैं कि टीवी नहीं देख पाते. फिर बाहर क्या हो रहा है पता ही नहीं चलता. इसपर राजदीप ने कहा कि अच्छा आप चैनल देखते ही नहीं.आजतक भी नहीं देखते.

न्यूज़ चैनल क्रिकेट को युद्ध में तब्दील कर देते हैं.क्या इसका खिलाड़ियों के खेल पर असर पड़ता है?
न्यूज़ चैनल क्रिकेट को युद्ध में तब्दील कर देते हैं.क्या इसका खिलाड़ियों के खेल पर असर पड़ता है?

सहवाग बोले जरूरत ही नहीं पड़ती. क्योंकि इतनी जनता है कि कोई -न-कोई सुना स्टोरी बता ही देता है कि आज ये चल रहा था, कल वो चल रहा था. ये बोलते हुए सहवाग की पीड़ा चेहरे पर आ ही गयी.

राजदीप ने जब यही सवाल शोयब से पूछा कि शोयब भाई कभी ऐसा लगा है की युद्ध है. तो शोयब ने जवाब दिया – देखिए मैं आपको सच्ची बात बताता हूँ.हिन्दुस्तान और पाकिस्तान में बहुत ज्यादा हाइप क्रियेट की जाती है.

I am sorry to say…चैनल बेचने के लिए भी.लेकिंन हमपर इतना प्रेशर ग्राउंड पर नहीं होता जितना आप बाहर क्रियेट कर देते हैं. जितनी जंग आप बाहर बना देते हैं उतनी अंदर नहीं होती.

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