मयंक सक्सेना
आज तक, पुण्य प्रसून वाजपेयी और अरविंद केजरीवाल वाला वीडियो देखा…इस में कोई शक़ नहीं कि वीडियो असली है…कम से कम प्रसून जी की आवाज़ बेहद ढंग से पहचानता हूं…फोन से लेकर सामने तक लेकिन सवाल कुछ और हैं…
पहला सवाल ये कि आखिर वीडियो किसी अंदर के कर्मचारी ने ही लीक किया है, क्योंकि ये रॉ फुटेज का हिस्सा है…तो कम से कम आज तक प्रबंधन को जांच तो करनी ही चाहिए…
दूसरा सवाल ये है कि संभवतः ये एक पुराने इंटरव्यू का हिस्सा है, तो फिर ये अब सामने क्यों आया…पहले क्यों नहीं…
तीसरा सवाल कि इसे सामने लाने और फेसबुक पर ट्रेंड करवाने के पीछे क्या नीयत है…
चौथा सवाल कि क्या पुण्य प्रसून जी जैसे सीनियर पत्रकार (कम से कम 7 साल से तो मैं जानता हूं) को ये भी नहीं जानकारी है कि कैमरा रोल होते वक्त…और लेपल माइक बिना निकाले किसी भी तरह की ऑफ द रेकॉर्ड बातचीत नहीं करनी चाहिए…
पांचवा और आखिरी सवाल कि आखिर कौन सी ऐसी बातचीत हो गई जो इतनी विवादित है…तमाम एंकर और संवाददाताओं के नेताओं या अतिथियों से ये संवाद सामान्य हैं कि ये चलाना है…और ठीक से चलाना है…कई बार एंकर इस तरह की चर्चा करते हैं…अगर ये चर्चा इंटरव्यू के पहले की होती तो ये फिक्स माना जा सकता था…ये चर्चा इंटरव्यू के बाद की है…और क्या साक्षात्कार के बाद दो लोग निजी मित्र नहीं हो सकते…राजीव शुक्ला (कांग्रेस) और रविशंकर प्रसाद (बीजेपी) क्या संसद के बाहर साले-बहनोई और बिज़नेस पार्टनर नहीं हैं? क्या केजरीवाल और प्रसून जी के बीच कोई पैसे के लेनदेन की बात हुई???
एक और अंतिम बात…ये कोई स्टिंग नहीं है…रॉ फुटेज का आखिरी का संयोगवश रेकॉर्ड हो गया हिस्सा है…जो बाहर आया, अच्छी बात है…कम से कम कुछ सवाल जवाब होंगे…कुछ सच सामने आएंगे…लेकिन इसके इस तरह ट्रेंड करवाए जाने के पीछे कुछ तो गड़बड़ है…
Anyways…मज़ा आया…
(स्रोत-एफबी)