-अमित गर्ग,टीवी पत्रकार-
DD NEWS का एक पत्रकार है । जिसने आरक्षण का लाभ लेकर IIMC में एडमिशन प्राप्त किया । सरकारी पैसे पर पढ़ाई पूरी की । और फिर आरक्षण का लाभ लेकर दूरदर्शन में नौकरी भी हासिल कर ली । वो नोटबंदी के फैसले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर उंगली उठा रहा है?
महोदय का कहना है 8 नवंबर को देश के नाम demonetization वाला संबोधन live नहीं recorded था । चलो मान लिया recorded था । अब बताओ ऐसा हो गया तो कौन सा प्रलय आ गया । इस बकलोल को कोई ये बताओ। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का देश के नाम संदेश recorded ही होता है । इसमें नया क्या है?
जनाब का दूसरा आरोप है । संबोधन की स्क्रिप्ट पहले ही लिखी जा चुकी थी । अरे पगलऊ इसमें भी कुछ नया नहीं है । 15 अगस्त और 26 जनवरी की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम जो संदेश आता है । उसकी स्क्रिप्ट भी पहले ही लिखी जाती है । मोदी प्रधानमंत्री हैं । तुम्हारी तरह दो कौड़ी के पत्रकार नहीं हैं । जो मुंह उठाकर कुछ भी बोलने चले आएंगे । बकलोल तुम भी तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्क्रिप्ट से ही पढ़ रहे थे और स्क्रिप्ट ख़त्म होने के बाद जैसे ही पत्रकारों ने सवाल पूछा तुम्हारी घिग्घी बंध गई । बोलती बंद हो गई । और पत्रकारिता का सारा ज्ञान तेल लेने चला गया ।
दरअसल इस तथाकथित बुद्धिजीवी को लगता है प्रधानमंत्री को नोटबंदी का फैसला इस बकलोल से विचार विमर्श करने के बाद लेना चाहिए था । अब देखना ये है कि महोदय काली स्क्रीन वाला चैनल ज्वॉइन करते हैं या फिर आम आदमी पार्टी की आंखों का तारा बनते हैं ।
काहे कि रायता तो इन्होंने फैला दिया है । देखिएगा अब मोदी विरोधी इनको हाथों-हाथ लेंगे । आखिर में प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है इन संपोलों को सरकारी खर्चे पर दूध पिलाना बंद करिए । नहीं तो ये गद्दार इसी तरह से अराजकता फैलाते रहेंगे । धन्यवाद ।