नई दिल्ली, 11 जनवरी। जनसत्ता के वरिष्ठ पत्रकार प्रसून लतांत को रचनात्मक कार्यों के लिए स्वामी प्रणवानंद शांति पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। राष्ट्रीय स्तर पर दिए जाने वाले इस पुरस्कार से महाराष्ट्र के मोहन हीरा बाई, केरल के टीपी आर नाथ और उत्तराखंड के गोपाल लोधियाल भी नवाजे जाएंगे। यह फैसला गांधी शांति प्रतिष्ठान संचालित स्वामी प्रणवानंद पुरस्कार न्यास ने किया है।
अब तक इस पुरस्कार से गुजरात के वरिष्ठ सर्वोदयी नेता चुन्नीलाल वैद्य, उत्तराखंड के बिहारीलाल भाई, तमिलनाडु के डा जयप्रकाशम, एस कुलैंदे सामी, पोलैंड की अनिता सोनी, दिल्ली के एके अरुण और आगरा के कृष्णचंद्र सहाय नवाजे जा चुके हैं। इन सभी को 10 मार्च, 2015 को नई दिल्ली में गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित एक समारोह में दिया जाएगा।
स्वामी प्रणवानंद पुरस्कार न्यास के टीए नेगी के मुताबिक यह पुरस्कार हरेक दो साल में शांति और गांधीवादी साहित्य के लिए किसी दो व्यक्ति, पुस्तक या संस्था को दिया जाता है। इस बार पिछले 2010, 2012 और 2014 के लिए स्वामी प्रणवानंद साहित्य पुरस्कार वाग्देवी प्रकाशन, बीकानेर से प्रकाशित ‘सत्याग्रह की संस्कृति’ को, भारतीय विद्या भवन, मुंबई से प्रकाशित ‘मोहनदास कर्मचंद गांधी’ और उमेश कुमार की पुस्तक ‘देवता के घर बापू’ को देने फैसला किया गया है।