अच्छे लोगों की कमी से जूझ रहा देवघर प्रभात खबर

अज्ञात कुमार
पिछले नौ सालों से देव नगरी में अपना यूनिट बैठाने वाले प्रभात खबर का हाल बुरा है. अंदरूनी राजनीति के कारण यहाँ अच्छे लोग नहीं के बराबर है। प्रबंधन अगर किसी को वहां भेजता है तो फिर वह पहले से जमे जमाये लोग उनको इतना परेशान करते हैं की वो भाग लेता है.प्रबंधन को समझ में ही नहीं आ रहा है की आखिर देवघर यूनिट में ये राजनीती कौन कर रहा है. कुछ दिन पूर्व आर के नीरद को पटना भेज दिया, ताकि राजनीती खत्म हो, लेकिन अब भी अन्दर ही अन्दर वह जबरदस्त टांग खिछ्ने की राजनीती हो रही है. जातिवाद हावी हो गया है. राजपूत, भूमिहार और ब्राह्मणों को टारगेट किया जा रहा है. पिछले दिनों दुबारा एक संपादक की पोस्टिंग होने से डरे कई लोग हिंदुस्तान धनबाद और जमशेदपुर निकल लिये. एक तो राज्य ही छोड़ गया.

उधर डेस्क की हालत काफी ख़राब है. ना तो वहां डीएनइ है और ना न्यूज़ एडिटर। डेस्क इंचार्ज का भी पोस्ट खाली है. नए संपादक, जो न्यूज़ 11 में गए थे, वो फिर देवघर आ गए है. अपने ही शहर धनबाद के व्यक्ति ने इनकी काफी मदद की, जिसका कर्जा ये चुकाने के लिए तैयार है, पर अब प्रबंधन की नज़र इन दोनों पर है. दोमुहें चरित्र के कारण प्रबंधन इनके कार्यों की लिस्ट तैयार कर रहा है. माना जा रहा है की धनबाद मैं एक व्यक्ति को भेज जाएगा ताकि नए लोग के आने में ये पुरानी टीम उनको परेशान ना करे।

सबसे बड़ी बात की पूर्व संपादक संजय मिश्र जब यूनिट मैं बदलाव और ब्यूरो को बदलने की सोच रहे थे तभी उनको इसी पुरानी टीम ने राजनीति कर हटवा दिया, लेकिन प्रबंधन को इसकी भनक लगी और मिश्रा जी को पंचायतनामा देकर प्रबंधन ने दिखाया की हमारे यहाँ आदमी की कद्र होती है.लेकिन अभी भी हालात ठीक नहीं है. चूँकि वहां हिन्दुस्तान और जागरण अखबार की जयादा पूछ नहीं है, हिन्दुस्तान मैं तो रिपोर्टर दस रुपया वाला है, यानी हर न्यूज़ दस रुपया और जागरण में आपस मैं मिल बाँट वाली स्थिति है. जागरण में पिछले दस सालों मैं कोई आदमी ना आया है और ना गया है. इसका फायदा सीधा प्रभात खबर को मिल रहा है. कंटेंट के मामलें में कुछ नहीं है. चूँकि कोई प्रतिद्वंदी नहीं है, इसलिए जैसे चल रहा है वैसे चलने दो की निति प्रभात खबर में काम कर रही है. लेकिन अन्दर ही अन्दर चर्चा है की अब सम्पादकीय विभाग के वैसे लोगों को वहां से हटा कर दुसरे जगह भेजा जायेगा जो सात साल से ज्यादा से देवघर मैं है और देवघर में नए लोगो को लाया जायेगा. ये भी कहा जा रहा है की नए लोगों में सिर्फ वैसे ही होंगे जो प्रभात खबर में वर्तमान मैं हैं या फिर प्रभात खबर के साथ लम्बी पारी खेल चुकें हैं.

2 COMMENTS

  1. Bhaiya, Sidha_ sidha kahne men khaya harj hai? Deoghar men asli rajniti do log kar rahe hain. Ek vahan ka Unit Manager Pankaj kumar aur Doosra Chif Reporter Sanjeet Mandal. Ise samajhne ke liye dimag lagane ki bhi jarurat nahi hai. Dono editorial department ko ladakar laabh le rahe hain.

  2. Sidha_ sidha kahne men khaya harj hai? Deoghar men asli rajniti do log kar rahe hain. Ek vahan ka Unit Manager Pankaj kumar aur Doosra Chif Reporter Sanjeet Mandal. Dono editorial department ko ladakar laabh le rahe hain.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.