रवीन्द्र रंजन
संपादक- (प्रोड्यूसर से) वो पनामा लीक्स में केजरीवाल का भी नाम है, निकालो स्साले का कच्चा चिट्ठा। आखिर आ ही गया ऊंट पहाड़ के नीचे। आज इसकी अच्छे से ऐसी तैसी करते हैं. तब पता चलेगा इसे कि हम क्या चीज हैं।
प्रोड्यूसर (संपादक से) लेकिन सर…
संपादक- सर-वर कुछ नहीं, जल्दी जाओ तैयारी में जुटो। ज्यादा टाइम नहीं है। बढ़िया से ग्राफिक बनवा लेना। और कुछ बैकग्राउंड भी निकलवा लेना उसके भ्रष्टाचार का।
प्रोड्यूसर- लेकिन सर…
संपादक- क्या लेकिन, लगता है तुमसे नहीं होगा, उसको बुलाओ जिसने वो पिछले वाले स्टिंग को क्या चालाकी से केजरीवाल से कनेक्ट कर दिया था।
प्रोड्यूसर- लेकिन सर वो पनामा लीक्स में अरविंद नहीं, अनुराग केजरीवाल है
संपादक (क्या पहले क्यों नहीं बताया, अब क्या करें?)
तभी वहां स्मार्ट वाला प्रोड्यूसर आता है- कोई बात नहीं सर, ऐसे करेंगे पूरी खबर में केजरीवाल-केजरीवाल ही बोलेंगे, पूरा नाम नहीं लेंगे।
संपादक- गुड आइडिया। पीठ ठोंकते हुए। तभी मैं तुम्हें बेस्ट प्रोड्यूसर कहता हूं। अच्छा जाओ जल्दी से तैयारी करो। शो का टाइम होने वाला है।
स्रोत-एफबी