पहले सर्जिकल स्ट्राइक और फिर भारत के कूटनीतिक चाल से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है.रही-सही कसर भारतीय न्यूज़ चैनलों ने पूरी कर दी.ख़ैर रायता फ़ैलाने में वैसे भी भारतीय चैनलों का कोई जवाब नहीं और मामला पाकिस्तान का हो तो फिर क्या कहना. स्क्रीन पर ना जाने कितनी बार वे अबतक अपनी ख़बरों के जरिए पाकिस्तान को नेस्तनाबूद कर चुके हैं. तभी आतंकवादियों का सरपरस्त हाफ़िज़ सईद को अपने भाषण में खासतौर पर भारतीय चैनलों का नाम लेना पड़ा. शायद ऐसी ही चीजों को ध्यान में रखकर पाकिस्तान सरकार ने तमाम भारतीय चैनलों को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है.
पाकिस्तानी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया नियंत्रक संस्थान (PEMRA) ने भारतीय चैनलों को पाकिस्तान में प्रतिबंधित करने का निर्देश जारी करते हुए कहा कि अगर कोई भी टीवी चैनल या डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क 15 अक्टूबर के बाद भारतीय चैनल दिखाता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी ऑथिरिटी (पीईएमआरए) ने एक बयान में कहा कि उसे शिकायतें मिल रही हैं कि कई स्थानीय निजी चैनल बिना मंजूरी के भारतीय टॉक शो, रियलिटी शो और धारावाहिकों का प्रसारण कर रहे हैं. गौरतलब है कि पाकिस्तान में भारतीय फिल्मों के प्रदर्शन पर पहले ही रोक लगा दी गयी है.
भारत में कुछ ऐसा ही हो रहा है. पहले भारतीय मनोरंजन उद्योग में काम कर रहे पाकिस्तान कलाकारों को पाकिस्तान वापस लौटना पड़ा. उसके बाद ज़ी नेटवर्क ने अपने चैनल ‘जिंदगी’ पर पाकिस्तानी धारावाहिकों के प्रसारण को रोकने का फैसला किया. ऐसे में पाकिस्तान के इस कदम से किसी को कोई आश्चर्य नहीं. देर – सवेर ये होना ही था.