अज्ञात कुमार
मुंबई के उत्तर भारतीयों के बीच जातिवाद का ज़हर घोल रहे दबंग दुनिया और एब्सल्युट इंडिया अख़बार
मुंबई, जिस जातिवाद ने उत्तर प्रदेश व बिहार जैसे राज्यों को बीमारु राज्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, अब वही जातिवाद मुंबई जैसे कॉस्मोपॉलिटन चेहरे वाले शहर में फैलाया जा रहा है। आश्चर्य कि बात यह है कि यह काम राज ठाकरे जैसा कोई राजनेता अथवा राजनीतिक दल नहीं बल्कि मुंबई से प्रकाशित दो नए नवेले समाचार पत्र दबंग दुनिया व एब्सल्यूट इंडिया नाम के अखबार कर रहे हैं।
दरअसल पिछले साल मुंबई में लगभग एक साथ हिंदी के दो अखबारों दबंग दुनिया और एब्सल्युट इंडिया का प्रकाशन शुरु हुआ था। अच्छी संपादकिय टीम के अभाव में तमाम कोशिशों के बाद जब इन अखबारों को संतोषजनक पाठक नहीं मिले तो ऐन विधानसभा चुनाव के मौके पर दोनों अखबारों के मालिकों ने संपादक बदल डाले। पीटीआई के वरिष्ठ पत्रकार रहे नीलकंठ पारटकर दंबग दुनिया मुंबई के संपादक थे। पारटकर जब तक इस अखबार के संपादक रहे, इसका स्तर बनाए रखा। लेकिन पिछले दिनों पारटकर को हटा कर पिछले 25 सालों से खाली बैठे अभिलाष अवस्थी को संपादक बना दिया गया।
अब पहले इन संपादक महोदय के बारे में जान लिजिए। अवस्थी साहब करीब 25 साल पहले धर्मयुग पत्रिका में काम करते थे। यहां से छुट्टी होने के बाद उन्होंने कांग्रेस विधायक कृपाशंकर सिंह की कृपा से प्रियंका गांधी की