विज्ञापन और पीआर बजट की बदौलत खड़ा हुआ नमो इंडस्ट्री, 500 करोड़ के वारे-न्यारे

जॉन सरकार

modi-namo-industryनई दिल्ली।। पहले कुर्ते, फिर ऐक्शन विडियो गेम, फिर मिठाइयां, फिर टी स्टॉल्स, फिर विडियो ऐल्बम और अब नमो सैफरन एक्स नाम का स्मार्ट फोन लॉन्च। ‘नमो’ प्रॉडक्ट पर काम कर रही एक कंपनी का दावा है कि ब्रैंड नरेंद्र मोदी को समर्पित नमो सैफरन एक्स नाम का स्मार्टफोन आईफोन 5 को टक्कर देगा। जानकारों की मानें तो ‘नमो’ इंड्स्ट्री का कुल कारोबार 500 करोड़ के नेट वर्थ भी क्रॉस सकता है।

नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बनेंगे या नहीं, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन इसमें कोई शक नहीं है कि वह बहुत बड़े देसी ब्रैंड बन चुके हैं। स्मार्ट ‘नमो’ सीरीज में यह स्मार्टफोन चीन बेस्ड कंपनी ने लॉन्च किया है। कंपनी के स्पोक्सपर्सन अनमीत देसाई का तो यहां तक दावा है, ‘आईफोन 5 की 1 जीबी रैम के मुकाबले इसमें 4 जीबी रैम है। रेग्युलर कोर्निंग ग्लास के बजाय अत्याधुनिक सैफायर ग्लास लगा है और इसकी कीमत भी इतनी कम है कि इसे कोई भी खरीद सकता है।’

देसाई अकेले बिजनसमैन नहीं हैं जो ‘नमो’ इंडस्ट्री से करोड़ों बनाने की जुगत में लग गए हैं। जानकारों की माने तो दर्जनों कारोबारी ‘नमो’ इंडस्ट्री को भुना रहे हैं और यह संभवत: 400 से 500 करोड़ का कारोबार है जिसके दिनों-दिन बढ़ने की ही संभावना है।

अहमदाबाद की एक अपैरल चेन, सूरत के साड़ी कारोबारी, लुधियाना का एक निटवेयर ग्रुप, जामनगर का मिठाईवाला, पटना में जगह-जगह लगे टी स्टॉल मालिक, छोटे-बड़े कारोबारी ‘नमो’ इंडस्ट्री के जरिए मुनाफा कमाने की होड़ में हैं।

बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी के नाम पर कुर्ता तो बाकायदा रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क जेड ब्लू (Jade Blue) है। मोदी कुर्ता 20 रंगों में और 12 तरह के स्टाइल्स में बिकता है। गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश के 18 रीटेल आउटलेट्स पर मोदी कुर्ता धड़कल्ले से बिक रहा है।

ब्रिटेन के गुजरातियों के अलावा अमेरिका और ईस्ट अफ्रीका के गुजरातियों के बीच इन कुर्तों की बहुतायत में डिमांड है। मोदी के नाम पर फलते-फूलते ‘नमो उद्योग’ का जिक्र हम पहले भी कर चुके हैं लेकिन अब चुनाव के मद्देनजर मोदी सामानों की डिमांड और ज्यादा बढ़ गई है।

एक अमेरिकी कंपनी ने मोदी को केंद्र में रखकर एक ऐक्शन विडियो गेम बनाई है जो कि एंड्रॉयड फोन्स पर खूब चर्चित हो रही है। सूरत में बिक रही ब्रैंड मोदी साड़ियों पर स्टिकर लगे हैं- मोदी लाओ, देश बचाओ। जामनगर में एक दुकानदार नमो पेड़े बेच रहा है जिस पर मोदी की तस्वीर भी बनाने की कोशिश की गई है। हरियाणा के लोकगीत गायक रॉकी मित्तल ने मोदी से जुड़े 8 गानों की एक ऐल्बम तक निकाल ली है। दुकानदार मोदी जलेबी बेच रहे हैं और पटना में मोदी फॉलोइंग के साथ एक अग्रीमेंट के तहत बाकायदा चाय वालों ने अपनी दुकानों के नाम तक मोदी के नाम पर रख लिए हैं। बेंगलुरु के एक सीए ने नमो विडियो रैप नाम से एक वि़डियो पिछले दिनों बनाया जो अब तक वायरल हो चुका है।

सूत्रों का कहना है अहमदाबाद में ‘नमो’ स्टोर्स खुल चुके हैं और ये जल्द ही 18 शहरों में फैला दिए जाएंगे, ऐसा दावा है। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइन के स्टूडेंट्स इनका लुक तैयार करेंगे। बीजेपी ने दिल्ली के एक कॉरपोरेट गिफ्ट सेलिंग ग्रुप ने हाथ-घड़ियां और दीवार-घड़ियां बनाने के लिए राजी कर लिया है। मोदी पर किताब छपवाने के लिए बीजेपी ने एक कॉमिक बुक राइटर तक से बात कर ली है। मोदी लॉयन नाम से शेर का खिलौना बनाने के लिए एक टॉय कंपनी को भी अप्रोच किया गया है।

200 -250 करोड़ के रीटेल बिजनस के अलावा मोदी का पीआर बजट (जनसंपर्क या प्रचार के लिए तय किया बजट) 80 करोड़ रुपए के लगभग है। बीजेपी परंपरागत प्रचार के लिए मोदी पर 150 रुपए इस सबके अलावा भी खर्च करेगी। इस पूरी रकम के अलावा 20 करोड़ रुपए मोदी के नाम पर डिजिटल मीडिया में प्रचार के लिए अलग से रखे गए हैं। मोदी के इर्द गिर्द फल-फूल रही इंडस्ट्री को ट्रैक कर रहे एक ब्रैंड स्ट्रैटिजी स्पेशलिस्ट ने यह जानकार दी।

एक और एक्सपर्ट के अनुसार, मोदी इंडस्ट्री 300 से 350 करोड़ रुपए की हो सकती है। और यह रकम बीजेपी के ऐड बजट और पीआर बजट से अलग है। बीजेपी के नैशनल ट्रैजरार पीयूष गोयल इस बारे में कुछ भी बताने के लिए मौजूद नहीं थे।

‘नमो’ प्रचार के लिए इंटरनेट पर भी काफी खर्च किया जा रहा है। मोदी की वेबसाइट के अलावा फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस, यू ट्यूब, पिनट्रेस्ट पर भी मोदी का प्रचार किया जा रहा है। मोदी के टेक टीम ने उन्हें फ्लिकर और टंबलर के अलावा स्टंबलअपॉन पर भी पहुंचा दिया है।

(अहमदाबाद से राधा शर्मा, चित्रा उन्नीथन, रूना मुखर्जी और पठानकोट से रोहन दुआ)

नवभारत टाइम्स के वेबसाईट से साभार

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