कल जहां भारतीय और विश्व मीडिया अमेरिका में राष्ट्रपति के चुनाव परिणाम की कवरेज में व्यस्त था वहीँ दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एकाएक काले धन पर साहसिक कदम उठाते हुए 500 और 1000 के नोट प्रतिबंधित करके विश्व की मीडिया का ध्यान एकदम से भारत की ओर खींच लिया ।
इस फैसले से जहाँ कई विपक्षी दलों,बुद्धिजीवी मीडिया, में मातम पसरा है वहीँ देशवासियों में कुछ परेशानियो के बावजूद हर्ष का माहौल है।
देश का हर ईमानदार आज खुश होगा और भ्रष्टाचारी निराश होगा। 500 और 1000 के नोट बंद करने के इस फैसले में वित्त मंत्री अरुण जेटली की सीधी बातें इस प्रकार है –
1. फैसले से ईमानदार लोग खुश हैं.
2. बड़े फैसले अचानक करने होते हैं.
3. मोदी रूटीन की सरकार चलाने नहीं आए.
4. कैश की जगह चैक का इस्तेमाल करें.
5. 6 महीने से गोपनीय तरीके से छप रही थी नई करेंसी.
6. तकलीफ की बात बेबुनियाद.
7. हर राज्य को इसका लाभ होगा.
8. घर पर रखे नोट बैंक जाकर बदल सकते हैं.
9. फैसले से साफ-सुथरी हो जाएगी चुनाव प्रक्रिया.
10. जिनके पास काला धन है वो परेशान.
11. राजनीतिक दलों के ऊपर भी पड़ेगा असर.
12. सामान्य परिवार ना करें चिंता.
कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी का ये साहसिक कदम उन सभी लोगों को करारा जवाब है जो 15 लाख,और कुछ दिनों से आपातकाल की बात कर रहे थे।
(अभय सिंह)