पीएम ने कहा कि कुछ साल पहले तक आप लोगों के साथ मेरा बड़ा ही गहरा नाता था। मैं आप लोगों के लिये कुर्सियां लगाया करता था। वो दिन भी कुछ और थे। खुलकर बातें होती थीं। काफी दोस्ताना संबंध रहा है आप सबसे। उसका लाभ मुझे गुजरात में मिला। मैं भी कुछ रास्ता खोज रहा हूं कि आप सबसे पुराने जैसा गहरा नाता कैसे बने। समय का सदुपयोग आप सबके बीच कैसे हो।
मोदी ने कहा कि पिछले करीब एक महीने से स्वच्छता पर कई आर्टिकल पढ़ रहा हूं। सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है। कई ऐसे कॉलम राइटर भी होंगे जो पहली बार सफाई पर लिख रहे होंगे। इसे एक राष्ट्रीय कर्तव्य मान कर सब इस काम में जुड़े हैं। मीडिया के माध्यम से सरकारों को भी जागना पड़ा है। आपने अपनी कलम को झाड़ू में बदल दिया है।
कोई ऐसा आर्टिकल नहीं पढ़ा जिसमें नागरिकों को सीधा प्रेरित करने का संदेश न रहा हो वरना आजादी के बाद ऐसा माहौल बन गया था कि सब कुछ सरकार करेगी लेकिन अब सब मिलकर काम करेंगे। प्रधानमंत्री के अकेले हाथ में झाड़ू लेने से काफी नहीं है बल्कि सब मिलकर करते रहें ये बहुत बड़ी बात है। भारत के लिए इतना भी हम करें वो भी अपने आप में काफी है।
संबोधन के बाद मोदी ने पत्रकारों के पास जाकर एक-एक कर उनसे मुलाकात की। उन्होंने संपादकों, रिपोर्टरों से अनौपचारिक रूप से बातचीत की। कई पत्रकारों ने उसके साथ सेल्फी भी ली।
@एजेंसी