संजय तिवारी,संपादक,विस्फोट
प्रधानमंत्री बनने के लिए मोदी जी बहुत उतावले थे. आडवाणी के साथ बहुत अमर्यादित व्यवहार करते हुए उन्हें अप्रासंगिक बना दिया. देश भर में घूम घूम कर झूठ पर झूठ बोलते रहे. अपने एक इंटरव्यू में उन्होंने खुद स्वीकार किया था कि चुनाव प्रचार के दौरान चांद तारों का ख्वाब दिखाना गलत नहीं है.
अब तक उनके तीन झूठ की कलई खुल चुकी है. मंहगाई, गंगा सफाई और कालेधन के मुद्दों पर वे पूरी तरह झूठे साबित हुए हैं. ऐसा ही होता रहा तो जल्द ही बाकी झूठ के पिटारों की कलई भी खुल जाएगी.
मोदी जी ने देशवासियों को स्वर्गलोक का ख्वाब दिखाया था लेकिन बहुत मैं बहुत तकलीफ से यह बात बोल रही हूं कि वे हाल के दिनों के सबसे सांप्रदायिक, भ्रष्ट, अशिक्षित और अनैतिक प्रधानमंत्री साबित हो रहे है. Meenakshi Srivastava
(स्रोत-एफबी)