जगदीश्वर चतुर्वेदी
मोदी बाबू जिन परियोजनाओं को जल्द ही हरीझंडी दिखाने वाले हैं उनका काम यूपीए-2 में आरंभ हुआ था लेकिन मोदी ने यही कैम्पेन किया था कि मनमोहन सरकार निकम्मी है, लेकिन सच एकदम उलटा सामने आ रहा है। हम जानें कि मोदी बाबू किन परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने जा रहे हैं। निम्न अधिकांश योजनाएं मनमोहन सरकार ने बनाई हैं.जानें-
इकोनामिक टाइम्स के अनुसार -एनटीपीसी, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया और एनएचपीसी जैसी सरकारी कंपनियां महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू -कश्मीर में तैयार परियोजनाओं की लिस्ट बना रही हैं ताकि मोदी उन्हें देश को समर्पित कर सकें। अगस्त में ही मोदी जम्मू-कश्मीर, झारखंड और महाराष्ट्र जाएंगे। वहां वे पावर ग्रिड और एनएचपीसी के पावर प्रोजेक्ट्स लॉन्च करेंगे। वहीं, एनटीपीसी भी अपने एक प्रोजेक्ट के लिए मोदी को निमंत्रण देने की तैयारी में है। मोदी महाराष्ट्र में नागपुर जिले के उसके मौडा पावर प्रोजेक्ट में उत्पादन शुरू करने के काम को हरी झंडी दिखाएंगे।
पावर सेक्टर की एक सरकारी कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, ‘अगस्त में होने वाले समारोह की तैयारी के लिए हम पहले ही अपनी टीम भेज चुके हैं। प्रॉडक्शन के लिए तैयार इन परियोजनाओं की नींव यूपीए शासन काल में रखी गई थी। मोदी भी कुछ नई परियोजनाओं की नींव रखेंगे। मैनेजमेंट ऐसे राज्यों में ज्यादा से ज्यादा प्रोजेक्ट्स की लिस्ट बना रहा है। आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव में इससे वोटर्स को प्रभावित किया जा सकता है।’ उन्होंने कहा कि मोदी पंजाब और बिहार भी जा सकते हैं, जहां अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
मोदी ने पावर, कोल और रिन्युएबल एनर्जी पोर्टफोलियो एक ही मंत्री पीयूष गोयल को सौंपा है। मंत्रालय संभालने के बाद गोयल ने सबसे पहले कश्मीर के बारामूला जिले में सीमा रेखा के करीब 240 मेगावॉट के यूरी 2 हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई थी।
मोदी सरकार को आए तीन महिना होने को आया लेकिन कोई भी नई नीति और परियोजना की घोषणा नहीं कर पाए हैं ।
(स्रोत-एफबी)