प्रेम चंद गांधी
इस चुनाव ने मीडिया की विश्वसनीयता पर जो सवाल खड़े किए हैं, उनका जवाब देने में पत्रकारों की कई पीढि़यां खप जाएंगी
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इस बात को ठीक से समझने में उन पत्रकारों को बहुत मुश्किल आएगी जो
अंबानी के खरीदे गए सैंकड़ों चैनलों से जुड़े हैं।
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एक दूसरे मीडिया समूह के मालिक-संपादक ने लिखा कि
राजनीति में वंशवाद नहीं चलना चाहिए
मुझे बहुत हंसी आई उस आठवीं पास मालिक-संपादक पर
जिसने पिता की विरासत पर कब्जा करने के लिए
अपने ही भाई को मुगल बादशाहों की तरह
पागलपन की ओर धकेल दिया
आज उसके पुत्र-पुत्री मीडिया समूह के मालिकान हैं।
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कुल जमा मतलब यह कि
मीडिया के अगर
ऐसे ही अच्छे दिन आने वाले हैं तो
मोदी मुबारक हो…
मोदी की गोदी मुबारक हो
सेठों तुम्हारे कोठार भरे रहें…
(स्रोत-एफबी)