रवीन्द्र रंजन
मीडिया किस तरह बीजेपी के एजेंट का काम कर रहा है इसका ताजा उदाहरण यूपी में बिजली कटौती की खबरों से समझा जा सकता है. खबरें इस तरह पेश की जा रही हैं कि चुनाव में हार का बदला लेने के लिए बिजली कटौती की जा रही है, जबकि यूपी में खासकर गर्मियों के दौरान बिजली कटौती हमेशा से होती रही है, जो लोग यूपी में नोएडा, गाजियाबाद जैसे शहरों में रहते हैं वो इसकी तस्दीक कर सकते हैं. लेकिन उसके लिए भी निष्पक्ष भाव चाहिए. बहरहाल, बिजली कटौती पर मीडिया की एकतरफा और प्लांटेड रिपोर्टिंग वाकई दुर्भाग्यपूर्ण है. हां, कानून-व्यवस्था जरूर ऎसा मुद्दा है जिस पर अखिलेश सरकार सवालों के घेरे में है.
(स्रोत-एफबी)
shayad aapko jamini hakikat nahi pata main bhi up se hoo aur 16 may ke baad 16 ghante
aane wali bijli 2-3 ghante kar di ,pata nahi log jamini haqiqat se door hokar comment kyon karte hai