अमिताभ श्रीवास्तव
सुब्रत रॉय प्रकरण पर टीम केजरीवाल की खामोशी पर ताज्जुब हो रहा है। आखिर सुब्रत रॉय पर भी करोड़ों आम आदमियोें को चूना लगाने का आरोप है। मामला एक दो करोड़ का नहीं 20 हजार करोड़ का है और सीधे तौर पर देश की सबसे बड़ी अदालत के आदेश पर गिरफ्तारी हुई है । 2000 रुपये की आम आदमी टाइप हालत से लेकर अरबों की हैसियत वाले एक शख्स की बेहद सनसनीखेज और नाटकीय कहानी पर आम आदमी की पार्टी की तरफ से एक कमेंट तो बनता था बॉस। अँबानी के अलावा और भी विवादास्पद लोग हैं साहब
Mohit Khan
अमिताभ भाई ….. AAP एक ऐसे गिरोह का नाम है जो आरोप लगाने के मामले में सेलेक्टिव है। और कभी मजबूरी में अपनों को गालियाँ देनी भी पड़ें तो ऐसे देता है कि तारीफ भी फीकी पड़ जाए। AAP का मतलब ही है अपनी अपनी पॉलिटिक्स।
Sanjay Kumar
अमिताभ जी….पहलवानी के भी कुछ उसूल होते हैं…आप एक साथ कई पहलवानों से लडेंगे तो चारो खाने चित हो जाएंगे..और केजरीवाल बेचारे का तो एक ही पहलवान से लड़ने में दम फूल रहा है…।।।
Dharmendra K Singh केजरीवाल की यूपी में चुनाव खर्च का सवाल है सर
Arunesh C Dave क्यों न बेहतर हो कि कोई मीडिया वाला जाकर सवाल ही पूछ ले आउट आफ़ बाक्स तो कोई भी इस बारे मे कमेंट करने से रहा।
Sanjay Kumar कोई बात नहीं…केजरीवाल ना मिले तो कम से कम प्रसून जी से एक कमेंट बनता ही है…पहले दिन से ही सहारा प्रणाम कर रहे थे…।।।
Arunesh C Dave चलिये इन सब बातो का क्या मतलब फ़िल्हाल तो सहारा पर किसी आम आदमी को चूना लगाने का आरोप मीडिया ने भी नही लगाया। Amitaabh Srivastava जी को केजरी का रियेक्शन चाहिये और वो सवाल पूछने से ही मिलेगा बाकि बिना पूछे तो इस मामले मे मोदी से मनमोहन सिंह तक सभी मौन है यह बात द्दूसरी है कि इन महानुभावो से कुछ पूछा ही नही जा सकता
Himanshu Raj बिना सवाल पूछे ही केजरी वाल ने रिलायंस को लेकर रियेक्ट किया था अब सहारा को लेकर एक वक्तव्य तो बनता है न भाई..खुद ही बोल दे बाइट अपने आप बन जाएगी…
Rajesh Kushwaha जो खुद टोपी पहनाने का धंधा करता है वो क्यों अपनी बिरादरी के बारे में क्यों बोलेगा?
(स्रोत-एफबी)