सुशांत झा
मेरे गांव में टीवी न्यूज देखनेवाले तमाम लोग ‘आप’ को पहचान गए हैं, दिक्कत ये है कि पूरे गांव में महज 6 लोग टीवी न्यूज देखते हैं-बाकी अभी तक बालिका-बधू से नहीं निकल पाए हैं और 3-3 ब्याह रचानेवाला जगिया उन्हें केजरीवाल से ज्यादा पसंद आता है।
गांव के बेचन बाबू कहते हैं कि आप पार्टी पुआल का ढ़ेर है जो तुरत लहलहा कर जलता है और फुस्स हो जाता है। स्कूल के माट साहब प्रशांत भूषण को कश्मीर वाले बयान के बाद खलनायक बता रहे थे, बोले कि ई अरब का एजेंट लगता है।
लालू और बीजेपी का वोट बरकरार है या बढ़ने वाला है-‘तीर छाप'(लोग जद-यू के बदले तीर बोलते हैं) गिरावट पर है। एक पासवान बोला कि रामविलास जी अगर लालटेन के साथ जाएंगे तो हम लोग फिर लालटेन को मौका देंगे-@ Madhubani – मधुबनी
(स्रोत-एफबी)