आजतक के वार्षिक कार्यक्रम में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल अबकी बार नहीं आए और सोशल मीडिया पर आजतक की छिछालेदर भी की.
रही सही कसर उनके सहयोगी मनीष सिसोसिदा ने पूरी कर दी. एजेंडा के मंच पर उन्होंने खुलेआम आजतक की एंकर अंजना कश्यप को लताड़ा और आजतक पर मोदी को फेवर करने का आरोप तक लगा दिया.
अंजना कश्यप को मनीष सिसोदिया की ये बात खली और चेहरे व आवाज़ में साफ़-साफ़ पीड़ा झलकी. अंजना ने उसी पीड़ा से सिसोदिया को कहा कि आप तो ये मत कहिए.आप जानते हैं ….
बात सही है. लोकसभा चुनाव में पुण्य प्रसून वाजपेयी और अंजना कश्यप आजतक के दो ऐसे एंकरों का नाम सामने आया था जिनके बारे में ये प्रचारित-प्रसारित था , ये दोनों आम आदमी पार्टी और केजरीवाल को फेवर करते हैं.
पुण्य प्रसून बाजपेयी की तो बहुत क्रांतिकारी इंटरव्यू के अलावा वो तस्वीर भी सामने आयी जिसमें वे आम आदमी पार्टी की मीटिंग में बैठे दिखाई दे रहे थे. उस वजह से उनकी और आजतक की सोशल मीडिया में बहुत फजीहत हुई.
स्टॉप वाचिंग आजतक हैश टैग तक ट्रेंड करने लग गया. आजतक पर यही इल्जाम लगा कि वो केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को ज्यादा फेवर कर रहा है. फेवर न सही लेकिन बात कुछ हद तक सही भी थी. आम आदमी पार्टी की सबसे ज्यादा ख़बरें आजतक पर ही चलती थी.
लेकिन अब वक्त का पहिया घूमा तो अब आजतक पर वही इल्जाम केजरीवाल लगाने लग गए जो कभी मोदी समर्थक लगाया करते थे. अंतर सिर्फ इतना है कि अब आजतक और दूसरे चैनल पहले की तरह केजरीवाल की हरेक प्रेस कांफ्रेंस और चुनावी मुद्दे को वैसे आँख मूंदकर नहीं दिखाते. सो आजतक समेत पूरा मीडिया अब पक्षपाती हो गया. आजतक के ऑनलाइन और ऑफलाइन किए गए कई सर्वे से केजरीवाल नाराज चल रहे हैं. उन सर्वों पर भी उनको अब भरोसा नहीं रहा. ये बात अलग पहले जब इनके पक्ष में सर्वे के नतीजे थे तब यही चैनल और यही सर्वे सबसे सटीक थे. लेकिन अब टोटल टीवी का सर्वे सबसे सटीक हो गया है क्योंकि वो अरविंद केजरीवाल के पक्ष में है.तभी तो जगह – जगह ऑटो पर ये पोस्टर चिपका हुआ दिखाई दे रहा है जिसमें लिखा हुआ है –
टोटल टीवी का सर्वे – आम आदमी की बनेगी सरकार
मतलब साफ़ है कि आजतक न सही तो अब टोटल टीवी के सर्वे भरोसे ही दिल्ली में बनेगी केजरीवाल की सरकार. आजतक झूठा,टोटल टीवी सच्चा. वाह जी वाह. अच्छी मीडियानीति है केजरीवाल साहब!