“भारत की बर्बादी तक जंग रहेगी जंग रहेगी”इस नारे से चर्चित उमर खालिद आज वामपंथियो की आँखों का तारा बन चुका है।फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाले वामपंथी शिक्षको, बुद्धिजीवियों को अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश की बर्बादी भी मंजूर है।
शुद्ध हिंदी बोलने वाला ,भारत माता की जय के नारे लगाने वाला हर भारतीय उनको नासूर ,जंगली,असभ्य लगता है।कुछ दिन पहले दिल्ली के रामजस कॉलेज में सेमिनार को लेकर छात्रों में हुई हिंसक झड़प हुई।लेकिन सच्चाई परखने के लिए झड़प का फुटेज यूट्यूब पर देखा तो उसमे स्थिति उलट दिखी।
पुलिस की लाठियां विरोध कर रहे गुट के सैकड़ो छात्रों पर बरसाईं गयी लेकिन उमर खालिद समर्थक दूसरा धड़ा इसके उलट दावे कर रहा है जो जांच का विषय है।
बेहतर तो यही होगा की देश वामपंथ,दक्षिणपंथ के इतर देश की एकता, अखंडता,सम्मान के बारे में सोचे न की भारत के टुकड़े या बर्बादी करने का। (अभय सिंह,
राजनैतिक विश्लेषक)