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नई दिल्ली: स्नैपडील ने कहा कि जापान की दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनी सॉफ्टबैंक, कंपनी में 62.7 करोड़ डॉलर (करीब 3,762 करोड़ रुपये) का निवेश करेगी। इस तरह वह ऑनलाइन बाजार क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी की सबसे बड़ी हिस्सेदार होगी।
भारत की किसी ई-वाणिज्य कंपनी में किया गया सबसे बड़ा निवेश है। अन्य मौजूदा निवेशकों ने भी इस दौर के निवेश में भागीदारी की, लेकिन कंपनी ने राशि का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
स्नैपडील इस निवेश का उपयोग आने महीनों में अपने गोदामों की शृंखला के विस्तार और अधिग्रहण विशेष तौर पर मोबाइल प्रौद्योगिकी क्षेत्र में करेगी।
देश में मोबाइल कारोबार बढ़ने के बीच दिल्ल्ली मुख्यालय वाली इस कंपनी ने एक इन्क्यूबेशन केंद्र स्थापित किया जाएगा ताकि अगले छह महीने में मोबाइल प्रौद्योगिकी क्षेत्र के नए कारोबार को मदद की जाएगी।
स्नैपडील ने एक बयान में कहा कि कंपनी के साथ इस रणनीतिक निवेश और भागीदारी के जरिये सॉफ्टबैंक समूह भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाना चाहता है और विश्वभर की इंटरनेट कंपनियों के नेटवर्क के साथ अपने तालमेल का फायदा उठाना चाहता है।
स्नैपडील ने इस साल करीब एक अरब डॉलर जुटाए हैं। 2010 में स्थापित इस कंपनी के 2.5 करोड़ पंजीकृत उपभोक्ता और 50,000 से अधिक कारोबारी विक्रेता हैं।
सॉफ्टबैंक कार्प के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी मासायोशी सोन ने कहा, हमारा मानना है कि भारत अपने विकास के क्रांतिकारी मोड़ पर है और हमें भरोसा है कि भारत अगले दशक में मजबूती से वृद्धि दर्ज करेगा। इसी विश्वास से हम भारत में अगले कुछ साल में बड़ा पूंजी निवेश करना चाहते हैं ताकि बाजार के विकास को समर्थन मिले। सॉफ्टबैंक ने भारत के सूचना प्रौद्योगिकी और संचार क्षेत्र में 10 अरब डॉलर के निवेश की बात कही है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा के बाद किसी भी जापानी कंपनी की सबसे बड़ी निवेश प्रतिबद्धता है।
सॉफ्टबैंक कार्प के उप-चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी (सॉफ्टबैंक इंटरनेट एंड मीडिया इंक) निकेश अरोड़ा ने कहा, भारत इंटरनेट उपभोक्ताओं के लिहाज से विश्व में तीसरे नंबर पर है, लेकिन ऑनलाइन बाजार के तौर पर अभी अपेक्षाकृत बहुत छोटा है। इसका अर्थ है कि भारत में बेहतर और सस्ती इंटरनेट पहुंच के जरिये वृद्धि की बड़ी संभावना है। अरोड़ा रणनीति निवेश के अंग के तौर पर स्नैपडील के निदेशक मंडल में शामिल होंगे।
स्नैपडील के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी कुणाल बहल ने भरोसा जताया कि सॉफ्टबैंक की मदद से कंपनी को और मजबूत होगी। इससे पहले इस साल स्नैपडील ने 13.37 करोड़ डॉलर जुटाया था। टाटा सन्स से पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने भी इस कंपनी में निजी निवेश किया है।