टीवी सीरियलों में अपनी हाथ मजबूत करने और कलर्स टीवी को पछाड़ने के बाद स्टार प्लस अब रियलिटी शो के जरिए झंड़े गाड़ने की कोशिश में लगा है. इस कोशिश में वो अपनी नयी रियलटी शो “इंडियाज डांसिंग सुपरस्टार” की प्रोमोशन के लिए सीरियलों को भी झोंक दिया. प्रोमोज के दौरान उनके चरित्र हाथ जोड़कर सीरियल के बजाय ये शो देखने की अपील करते नजर आए. यहां तक इस दौरान चैनल की वेबसाइट खोलने पर भ्रम होने लगा कि वो हम स्टार प्लस की वेबसाइट देख रहे हैं या फिर “इंडांसु” की स्वतंत्र वेबसाइट. खैर इस नए शो की खास बात है कि देखते हुए आप फर्क ही नहीं कर पाएंगे कि ये डांस आधारित रियलिटी शो है, कॉमेडी सर्कस या फिर कलर्स की इंडिया गॉट टैलेंट की कॉपी-पेस्ट. डांस के नाम पर इस शो को रियलिटी शो की अलग-अलग विधा की “चुनरी प्रिंट” या किराना दूकान बनाने की जबरदस्ती कोशिश की गई है जिसमे जाहिर है कि डांस के आगे फैशन शो, कॉमेडी और मिमिकरी हावी हो गई है. ये मंजर पैदा करने के लिए जज की भूमिका में हीतेश देशमुख को खासी क्रेडिट देनी चाहिए.
पहले के बूगी-बूगी या डांस इंडिया डांस जैसी रियलिटी शो को ध्यान में रखकर इस पर बात करें तो ये अपनी शुरुआती दौर में ही फाइनल एपीसोड जैसा नजर आता है जबकि पहले की रियलिटी शो की खास बात ये हुआ करती थी कि वो धीरे-धीरे परफेक्शन की तरफ बढ़ती थी. आप एपीसोड-दर-एपीसोड देखते हुए प्रतिभागियों में आयी निखार का अंदाजा लगा सकते थे लेकिन इसमे नहीं. इसकी बड़ी वजह है कि कहने को तो ये डांस आधारित शो है लेकिन अपने पूरे चरित्र में ये बॉलीवुड सिने हस्तियों द्वारा किए जानेवाले डांस शो जैसा है जिसमें प्रतिभागी डांसर कम परफार्मर ज्यादा है.
ऐसा इसलिए भी है कि ऐसे शो अपने पहले ही एपीसोड से इस समझ के साथ काम कर रहे हैं कि हमें इसे मनोरंजन की शक्ल देनी है. नतीजा सिनेमा के आइटम सांग की तरह कई गैरजरुरी, कबाड़ हरकतें भी शामिल होती चली जाती है जो कि शो को डांस प्रतियोगिता की कैटेगरी से घसीटकर स्टैंड अप कॉमेडी की स्टेज पर पटक आते हैं. चैनल इस बात को समझने के लिए तैयार ही नहीं है कि शुरुआती दौर के कच्चेपन और सहज प्रस्तुति के बीच भी दर्शक मनोरंजन कर रहा होता है जबकि पहले एपीसोड से ही शो को चटकीला, तामझाम और कॉमेडी एलीमेंट शामिल करने से पूरा शो बारात घर बन जाता है. हालांकि मनोरंजन चैनलों ने कुछ साल पहले हर उम्र और दौर के लोगों के लिए डांस का अलग विभाजन किया था, इस शो में इस बात पर खास जोर है कि सभी उम्र के लोग एक ही मंच पर परफार्म करेंगे लेकिन ये फैमिली डांस प्रतियोगिता बनाने की चुनावी घोषणा( दिल जीतो,देश तुम्हारा) के बावजूद मौजूदा शक्ल को देखकर विधा के आधार पर रियलिटी शो देखनेवाले दर्शक बुरी तरह निराश होंगे और एक किस्म का धोखा करार देंगे.
स्टार- ढाई.
@ मूलतः तहलका में प्रकाशित