हरीश चन्द्र बर्णवाल की ये किताब “टेलीविजन की भाषा” साल 2011 में राजकमल प्रकाशन ने प्रकाशित की थी। टेलीविजन न्यूज की दुनिया में काम करने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों के लिए ये एक अहम किताब है। साल 2011 में इस किताब का विमोचन एक साथ देश के 8 जाने माने दिग्गज संपादकों ने किया था। इसमें राजदीप सरदेसाई, कमर वाहिद नकवी, आशुतोष, विनोद कापड़ी, सतीश के सिंह, अजीत अंजुम, चंदन मित्रा, श्रवण गर्ग शामिल थे। किताब की प्रस्तावना राजदीप सरदेसाई ने लिखी है।
लेखक हरीश चन्द्र बर्णवाल को इससे पहले उनकी कहानियों पर भी कई बड़े पुरस्कार मिल चुके हैं। इसमें अखिल भारतीय अमृतलाल नागर पुरस्कार, हिन्दी अकादमी, दिल्ली सरकार का पुरस्कार, कादंबिनी, हिन्दुस्तान टाइम्स का पुरस्कार शामिल है। हरीश चन्द्र बर्णवाल की अब तक चार किताबें आ चुकी हैं। इसमें गजल संग्रह “लहरों की गूंज”, कहानी संग्रह “सच कहता हूं”, नरेंद्र मोदी पर “मोदी मंत्र” शामिल है। हरीश चन्द्र बर्णवाल को आप उनकी ईमेल पर बधाई दे सकते हैं – hcburnwal@gmail.com