अभिरंजन कुमार
दिल्ली में मोदी और शाह की रणनीति बुरी तरह फेल हुई। बीजेपी की करारी हार की दस सबसे बड़ी वजहें-
1. लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव नहीं कराना।
2. मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर हर्षवर्द्धन को आगे नहीं बढ़ाना।
3. मतदान से सिर्फ़ 20 दिन पहले किरण बेदी को पार्टी में लाकर उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश कर देना। इसे न पार्टी पचा पाई, न पब्लिक पचा पाई।
4. अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ नकारात्मक प्रचार और स्वयं मोदी का इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना।
5. मोदी सरकार के नौ महीने के कामकाज की एंटी-इनकम्बेंसी और बीजेपी नेताओं का घमंड।
6. कांग्रेस के ज़्यादातर वोटों का आम आदमी पार्टी की तरफ शिफ्ट हो जाना।
7. बीजेपी के ख़िलाफ़ बिहार और यूपी की तर्ज पर एक छिपा हुआ ग्रैंड एलायंस बन जाना। इस वजह से एंटी-बीजेपी वोटों का ज़बर्दस्त ध्रुवीकरण हुआ।
8. कांग्रेस का “प्लान-ए” (देखें मेरी पिछली टिप्पणी- दिल्ली चुनाव और दिल की बात) कामयाब हुआ। उसने अपनी दोनों आंखें फुड़वाकर बीजेपी की एक आंख फोड़ डाली।
9. बीजेपी के 20 दिन के परंपरागत ढर्रे वाले प्रचार के मुक़ाबले आम आदमी पार्टी का 9 महीने लंबा इमोशनल एनजीओ-स्टाइल्ड चुनाव-प्रचार।
10. दिल्ली की जागरूक जनता ने पहले ही Modi for PM और Kejriwal for CM का मन बना लिया था।