अंदरूनी खींचतान के चक्कर में ‘दबंग दुनिया’ से आगे निकला ‘राष्ट्रीय अधिकार’




दबंग दुनिया के ओपी तिवारी के अनुसार एचआर की मिलीभगत / एचआर अधिकारी दबंग दुनिया के मालिक के विश्वास को पंहुचा रहे ठेस

मुंबई : दबंग दुनिया के संपादक हटाये जाने के बाद दबंग दुनिया के मालिक ने दबंग दुनिया की कमान ओपी तिवारी को सौपे है जब तक नए संपादक नही आये तब तक ओपी तिवारी ही देखभाल कर रहे है | ऐसे में ओपी तिवारी एचआर के साथ मिलकर अपने पसंद के और अपने लौबी के संपादक और पत्रकारों को इंटरविव के लिए बुला रहे है |

बता दे की दबंग दुनिया के मालिक ने एचआर को नए संपादक और पत्रकारों को नियुक्त करने के लिए मुंबई भेजा है | दबंग दुनिया के मालिक इन एचआर के लोगो पर विश्वास दिखा कर मुंबई भेजे लेकिन यहा आने के बाद यह ओपी तिवारीके झांसे में आकर उसके पसंद के संपादक पद के उम्मीदवार और पत्रकारों को बुलाकर उनका जानकारी लेने का कार्य कर रहे है |उधर ओपी तिवारी अपने लौबी के पत्रकारों को अप्लाई करने को कहा है | जिसके बाद एचआर वाले उन पत्रकारों का रिजुम ओपी को दिखाकर पत्रकारों और संपादको का चयन कर रहे है |दबंग दुनिया के एक कर्मचारी ने बताया की दबंग दुनिया के मालिक कर्मचारियों के प्रति सही है लेकिन ओपी और इस से पहले आये कुछ लोगो के कारण कर्मचारियों को नुकसान सहना करना पड़ रहा है | उन्कर्मचारियो का मानना है की मालिक इन लोगो के कारण कर्मचारियों के साथ अन्याय ना करे |

वंही दबंग दुनिया में अच्छे पत्रकारों और संपादको की कमी के कारण आज दबंग दुनिया का कोपी 10 हजार से कम हो गया है | जब की राष्ट्रिय अधिकार दबंग दुनिया से आगे निकल चूका है | राष्ट्रिय अधिकार के मालिक भले ही कम स्टाफ से और कम वेतन दे रहे है लेकिन अच्छे खबरों के कारण आज राष्ट्रिय अधिकार आगी निकल चूका है | इस के लिए मालिक को दबंग दुनिया मुंबई कार्यालय में दीमक रूपु ओपी तिवारी के लोबी हावी होने से पहले इस पर ध्यान देने की जरुरत है | इस के साथ ही अच्छे संपादक और पत्रकारों की फ़ौज खड़ी करने की जरुरत है | जिस से की इतने अच्छी क्वालिटी प्रिंटिंग वाले दबंग दुनिया को मुंबई के लोग हाथो हाथ उठा सके | अब देखना यही है की दबंग दुनिया के मालिक ओपी के लोबी को समाप्त करते है या उन्हें हावी होने देते है |




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