राजीव रंजन श्रीवास्तव
मैं अरविन्द मोहन जी को एबीपी न्यूज़ पर देख रहा था। मैं उन्हें तटस्थ पत्रकार मानता हूँ, लेकिन आज उन्हें सुन कर बड़ी निराशा हुई। वह किसी बीजेपी विरोधी पार्टी के नेता की तरह बात कर रहे थे।
उनका विश्लेषण था कि बीजेपी केवल कांग्रेस को हरा सकती है, लेकिन बीजेपी ने महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस को हराया। वहीँ हरयाणा में कांग्रेस और आईएनएलडी को हराया।
अब झारखण्ड में झरखंड मुक्ति मोर्चा और उसके साथ दूसरे कई दलों को हराया। और दिल्ली में आप को हरा कर बीजेपी सरकार बनाएगी।
कांग्रेस सहित दूसरे राजनीतिक विरोधियों को तो बीजेपी परास्त कर देगी, लेकिन लाख टके का सवाल यह है कि वह अरविन्द मोहन, एनडीटीवी, राजदीप सरदेसाई और अंजना ओम कश्यप जी जैसे “विपक्ष” को पराजित कर पाने में कैसे सक्षम हो पायेगी? क्या आप लोग इसका उत्तर सुझा सकते हैं?
(नीरज भूषण की वाल से, हिंदी अनुवाद) @FB