भास्कर की वेबसाईट देश की बड़ी वेबसाईट है. एक वक्त पर उसने हिंदी की सबसे बड़ी वेबसाईट होने का दावा भी किया था. लेकिन इस बड़ी वेबसाईट के काम छोटे हैं.
अश्लीलता इस वेबसाईट का ट्रेडमार्क है. इस वेबसाईट पर आपको ढेरों अश्लील तस्वीरें और फालतू कंटेंट मिल जाएगा जिसका एकमात्र उद्देश्य हिट्स पाना होता है.
लेकिन अब इनकी ये बेशर्मी बढती जा रही है. स्त्री देह को ये कहीं भी ढूँढ लेते हैं. ताजा उदाहरण महाकुंभ का है.
महाकुंभ में स्नान कर रही महिलाओं की तस्वीर वेबसाईट पर लगाकर भास्कर ने शीर्षक दिया – संगम में हो रही स्विमिंग पूल की मस्ती, जरा तस्वीर तो देखिए.
प्रकाशन विभाग में संपादक के पद पर कार्यरत अनुराधा मंडल ने इसे नोटिस किया और अपने वॉल पर इसे शेयर करते हुए लिखा – ‘शर्म करो नालायको, यहां भी आपको ‘मस्ती’ दिख रही है। यह सनातन दृष्टि-दोष कब जाएगा इन पुरुषों की आंखों से?!’
अनुराधा मंडल के एफबी वॉल पर आयी कुछ प्रतिक्रियाएं :
Rakesh Kayasth इसी वेबसाइट ने दिल्ली रेप केस के बाद महीने भर तक महिलाओं का सम्मान करने का संकल्प मोटे-मोटे अक्षरों में चलाया था, यह अलग बात है कि संकल्प के ठीक नीचे अर्धनग्न तस्वीरों का स्लाइड शो भी चल रहा था
Kanupriya Chaudhary What is wrong with these people? Dainik Bhaskar.. a real low stoop with this one!
Vandana Natu I want to put up a complaint against this to the Press Council of India but it says I must first write to the editor. Would you know who is the editor of Dainik Bhaskar Digital?? Nidheesh Tyagi or is he wil BBC now?