BARC ने खोला India News की बढ़ती रेटिंग का राज :
हिंदी समाचार चैनल इंडिया न्यूज़ प्रगतिपथ पर अग्रसर था और उसकी टीआरपी लगातार बढ़ रही थी. दीपक चौरसिया और राणा यशवंत जैसों दिग्गजों की अथक मेहनत रंग ला रही थी. हाल ही में समाचार चैनलों की दुनिया में तब खलबली मच गयी जब रेटिंग में इंडिया न्यूज़ नंबर-2 तक जा पहुंचा था. दूसरे चैनलों के संपादकों के अलावा आंकड़ों में दिलचस्पी रखने वाले दर्शक भी हैरान – परेशान थे कि ऐसा कैसे हो गया या इंडिया न्यूज़ ने अचानक से ऐसा क्या दिखा दिया कि टीआरपी में उसने इतनी लंबी छलांग लगा दी?
लेकिन अब इस संदेह को सही ठहराते हुए चैनलों को रेटिंग देने वाली संस्था ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ऑफ इंडिया(बार्क) ने इंडिया न्यूज़ पर रेटिंग मीटरों पर छेड़खानी का आरोप लगाते हुए उसे एक पूरे एक महीने के लिए रेटिंग से बाहर कर दिया है और इस बाबत अपने सब्सक्राइबर को मेल कर सूचना भी दी है.
बार्क की इस कार्रवाई से इंडिया न्यूज़ की कॉरपोरेट इमेज को गहरा धक्का लगा है और आने वाले वक्त में उसका सीधा असर चैनल को मिलने वाले विज्ञापनों पर दिख सकता है. इंडिया न्यूज़ के अलावा तेलगु न्यूज़ चैनल टीवी9 और वी6 पर यही आरोप लगाकर उन्हें भी एक महीने के लिए सस्पेंड किया गया है. इसकी वजह से ये तीनों चैनल 46 से 49 वें हफ्ते के बीच रेटिंग प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे और विज्ञापन बचाने के लिए इन चैनलों के मार्केटिंग टीम को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ेगा.
हालाँकि टीवी9 तो तेलगु चैनलों का लीडर है इसलिए उसके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगी. असल मुसीबत इंडिया न्यूज़ के लिए होगी.बार्क का कहना है कि इन चैनलों ने रेटिंग मीटर वालों घरों में उनका चैनल देखने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया और कुछ जगह पैसों का लालच भी दिया.
गौरतलब है कि ऐसे ही आरोपों की वजह से TAM की रेटिंग को बंद करके BARC शुरू किया गया था लेकिन लगता है घपलेबाजी का जुगाड़ यहाँ भी निकल ही आया जिसका प्रमाण इन तीन चैनलों ने दिया है.