राजीव रंजन झा
१-आप चाहे कितना भी समझते हों मीडिया को और कितनी भी कुशल रणनीति बना लेते हों, एक समय के बाद चीजें हाथ में नहीं रहतीं। अब आम आदमी पार्टी की मीडिया रणनीति उल्टी पड़ रही है। इतना साफ है कि अब पार्टी में योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को नहीं रहने दिया जायेगा, भले ही दोनों कितना भी मीठा बोलते रहें। फिर एक बार निकाल कर फारिग हो जाओ भई। मामला जितना खींचोगे, मीडिया में उतने ज्यादा समय तक किरकिरी होती रहेगी।
२-अब आशुतोष बता रहे हैं कि भूषण और यादव पीएसी से सिसोदिया और गोपाल राय को बाहर कराना चाह रहे थे। पहले कहा था कि अल्ट्रालेफ्ट वालों की बाकी से वैचारिक लड़ाई है। लेकिन गोपाल राय भी तो बाकायदा अल्ट्रालेफ्ट रहे हैं।
सच में, पहली बार एकता कपूर को घनघोर प्रतिस्पर्धा मिली है!
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